वहीं रात हो जाने के कारण हृदयेश की तलाश शुक्रवार को गोताखोरों ने शुरू कर दी। घंटो तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में दोपहर हृदयेश की लाश नदी से बरामद कर लिया। इसके बाद पंचनामा कर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। बताया गया है कि नदी में तेज बहाव व गहरे पानी में जाने से दोनो युवक की मौत हुई है।
घर में मचा कोहराम
घटना के बाद से दोनों के घर में कोहराम मचा हुआ है। दोनों युवक गुरूवार को बिलौंजी निवासी रिश्तेदार राजकुमार पटेल के यहां आए थे। पटेल परिवार के साथ दोनों श्रीगणेश प्रतिमा को लेकर कोतवाली क्षेत्र के नजदीकी मयार नदी में विसर्जन करने गए थे। जहां विसर्जन के पश्चात गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिजन बेहोशी हालत में पड़े हैं।
घटना के बाद से दोनों के घर में कोहराम मचा हुआ है। दोनों युवक गुरूवार को बिलौंजी निवासी रिश्तेदार राजकुमार पटेल के यहां आए थे। पटेल परिवार के साथ दोनों श्रीगणेश प्रतिमा को लेकर कोतवाली क्षेत्र के नजदीकी मयार नदी में विसर्जन करने गए थे। जहां विसर्जन के पश्चात गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिजन बेहोशी हालत में पड़े हैं।
चिन्हित स्थान से अलग करने गए थे विसर्जन
पुलिस ने बताया कि गणेश प्रतिमा विसर्जन करने के लिए सेमराबाबा, तेलगवां, कचनी, व काचन डैम चिन्हित किया गया था। इन स्थानों को छोडक़र मयार नदी में प्रतिमा विसर्जित करने युवक अपने साथियोंं के साथ चले गए। जहां नदी में पानी का तेज बहाव व गहरे पानी जाने से दोनो की मौत हुई है। दोनों के घर का पूरा माहौल गमगीन हो गया।
पुलिस ने बताया कि गणेश प्रतिमा विसर्जन करने के लिए सेमराबाबा, तेलगवां, कचनी, व काचन डैम चिन्हित किया गया था। इन स्थानों को छोडक़र मयार नदी में प्रतिमा विसर्जित करने युवक अपने साथियोंं के साथ चले गए। जहां नदी में पानी का तेज बहाव व गहरे पानी जाने से दोनो की मौत हुई है। दोनों के घर का पूरा माहौल गमगीन हो गया।