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लक्ष्मी की अगवानी में दीपों से रोशन हुई ऊर्जाधानी, इस तहर घर-घर बनाई गई रंगोली

locationसिंगरौलीPublished: Oct 21, 2017 02:54:41 pm

Submitted by:

suresh mishra

धूमधाम से मनाई गई दीपावली, मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर-घर हुई पूजा अर्चना

Diwali 2017: Significance of the DiwaliDate Laxmi Puja and Prasad

Diwali 2017: Significance of the DiwaliDate Laxmi Puja and Prasad

सिंगरौली। दीपों का पर्व दीपावली शहरभर में धूमधाम से मनाई गई। धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घरों, प्रतिष्ठानों में उनका विधिवत पूजन किया गया। सूरज ढलते ही चारों ओर आकर्षक झालर झिलमिलाने लगीं। सड़क और घरों के ऊपर जल रहे दीपक और मोमबत्ती की मनभावन छटा देख धरती पर स्वर्ग की अनुभूति हो रही थी।
युवाओं ने आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया। दीपो की खुशियां लोगों के चेहरे पर देखते ही बन रही थी। बाजारों में लोग दिनभर आतिशबाजी, मिठाई, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, पूजन सामग्री व गहने की खरीदारी करते नजर आए।
घर-घर मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार

शाम होते ही बच्चे, बूढ़े, जवान ही नहीं महिलाएं भी सजधज कर आकर्षक परिधानों में तैयार हुई और धन सम्पदा की देवी माता लक्ष्मी को मनाने में जुट गए। घरों और प्रतिष्ठानों से आरती करने की स्वर लहरियां सुनाई देने लगी। सभी माता लक्ष्मी को अपने घर, प्रतिष्ठानों में बुलाने को आतुर दिखाई दिए। मिष्ठान का भोग लगाकर मां लक्ष्मी का आह्वान किया गया, फिर घर-घर मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार किया। इसके बाद आतिशबाजी चलाकर खुशियां मनाने का दौर शुरू हो गया।
धूम-धड़ाके में धुआं हुए लाखों
शहर में लाखों की धनराशि आतिशबाजी पर उड़ गई। आतिशबाजी के शौकीनों ने जेब की कोई परवाह नहीं की। आकाश में तेज आवाज के साथ आतिशबाजी के रंगीन नजारे बिखेरने वाले पटाखे खूब चलाए। छोटे बच्चों के अतिशबाजी का नजारा ही कुछ अलग था। चकरी-फुलझड़ी जलाने के बाद एक-दूसरे की ओर दौड़ते हुए काफी उत्साहित रहे।
देररात तक जारी रही आतिशबाजी
लोगों ने देर रात तक जमकर आतिशबाजी का प्रदर्शन किया। युवाओं की पसंद तेज आवाज वाले बम रहे। वहीं युवतियों ने अनार व चकरी तो बच्चों ने फुलझड़ी जलाकर खुशियां मनाई। देर रात तक धूम-धड़ाके की आवाज वातावरण को गुंजायमान करती रही। आधुनिक आतिशबाजी से सतरंगी नजारे दीपावली की खुशियों में चार चांद लगा रहे थे। पर्व मनाने के लिए लोगों ने अपने घरों और प्रतिष्ठानों को बेहतरीन तरीके से सजाया हुआ था।
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