आयुक्त ने समीक्षा के बाद संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि आगामी वर्ष के लिए निर्धारित बिंदुओं में सुधार किया जाए। सर्वेक्षण के दौरान जो कमियां पाई गई हैं। उन्हें दूर करने के लिए अभी से कार्ययोजना तैयार की जाए। निगमायुक्त ने खुशी जाहिर करते हुए कहा सिंगरौली शहर संभाग का एकलौता शहर जिसे गरवेज मुक्त शहरों की रैंकिंग में थ्री स्टार मिला है। उन्होंने कहा कि यह शहर के आमजनों में आई जागरूकता का परिणाम है।
निगमायुक्त की अधिकारियों के साथ की गई समीक्षा में सामने आया है कि एनसीएल की ओर से ठोस अपष्टि प्रबंधन नियम 2016 के प्रावधानों के अनुसार कचरे का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। यही वजह रहा कि सर्वे दल की ओर से अवलोकन के बाद शहर के लिए निगेटिव अंक दिया गया। जिसका परिणाम यह रहा कि शहर 5 स्टार रंैकिंग से वंचित रह गया। इससे शहर की स्वच्छता रंैकिंग भी प्रभावित हुई है।
एनसीएल की ओर से स्वच्छता के मापदंडों का पालन नहीं किया जाना ठोस अपष्टि प्रबंधन नियम का उल्लंघन है। जिसके संबंध में एनसीएल प्रबंधन को कई बार पत्राचार के माध्यम से अवगत भी कराया गया। आज भी कालोनियों का जो कचरा एनसीएल के द्वारा संग्रहण किया जा रहा है। वह मापदंडों के अनुसार नहीं है। जिसके संबंध में जिला प्रशासन को अवगत कराया जाने के लिए निगमायुक्त के द्वारा निर्णय लिया गया।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जिस तरह से शहर की साफ-सफाई की व्यवस्था में टीम लगी हुई है। आगे भी इसी तरह कार्य करती रहे। उन्होंने सफाई के कार्यों में सतत निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि सर्वजनिक स्थानों में थूकने वाले या बिना मास्क के घर से बाहर निकलने वालों के विरूद्ध चलानी कार्यवाही भी किया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में अधिकारी उपस्थित रहे।