दोनों के बीच हुए समझौते के मद्देनजर बीएचयू की टीम यहां चिहिनत स्थलों का अवलोकन करने पहुंची है। बीएचयू की टीम ने तीन दिनों तक सोन-घड॒याल अभयारण्य, बगदरा अभयारण्य, संजय टाइगर रिजर्व, खदान भ्रमण और ग्राम प्रवास के कुछ स्थलों का भ्रमण कर अवलोकन किया।टीम पर्यटन स्थलों की यथा स्थिति के आधार पर वहां पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने और अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने की कार्ययोजना पर कार्य करेगी।
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ग्रामीण पर्यटन मुख्य आकर्षण
तीन दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पूरी टीम जिले के आस पास के ग्रामीण पर्यटन केंद्रों पर रूकी और यहां की समृद्ध जनजातीय संस्कृति, खान पान, नृत्य, लोक गायन से रूबरू हुई। यह केंद्र मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किए गए हैं और इनकी देखरेख स्थानीय लोगों द्वारा की जाती है। टीम ने यहां पर स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं व अपेक्षाओं के बारे में भी जाना उनके लिए बेहतर ढंग से कार्य किया जा सके। गौरतलब है कि एनसीएल अपने परिक्षेत्र में मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के सहयोग से इको माइन टूरिज्म और इको पार्क के विकास पर लगातार कार्य कर रही है। स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यापार के व्यापक अवसर पैदा होंगे। कंपनी की इस पहल से प्रदेश राज्य में खनन, वन्य जीवन, सांस्कृतिक विरासत से परिपूर्ण एक नए पर्यटन सर्किट का विकास हो रहा है।