बताया गया कि ठप यूनिटों को बहाल करने के लिए सोमवार शाम तक एनटीपीसी का अमला जुटा रहा, लेकिन अब तक सभी यूनिट बहाल नहीं हो पाई। इस बीच एनटीपीसी के अधिकारी सूत्रों का दावा है कि मरम्मत के बाद सोमवार शाम तक पांच यूनिट बहाल कर दी गई। कंपनी प्रबंधन की ओर से इस घटना में हुए नुकसान के संंबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी जा रही।
इस बीच एनटीपीसी प्रबंधन ने घटना की जांच के लिए चार सदस्यी टीम गठित की गई है। टीम में इस परियोजना के तीन अधिकारियों सहित लखनऊ के जीएम को शामिल किया गया है। इस टीम की ओर से अब तक जांच शुरू किए जाने की सूचना नहीं है। यह टीम घटना का कारण व इसमें रही लापरवाही का पता लगाएगी और परियोजना प्रबंधन को रिपोर्ट देगी।
परियोजना के जनसंपर्क अधिकारी एसके श्रीवास्तव का कहना है कि सोमवार को सुबह एक, तीन, चार, नौ व 10 यूनिटों को चालू कर दिया गया है। उनसे तीन हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू है। दावा है कि दो व छह नंबर की यूनिट भी जल्द ही शुरू हो सकेगी। आठ नंबर यूनिट भी मंगलवार को दोपहर बाद तक चालू होने की संभावना बताई जा रही है। जबकि सात नंबर यूनिट कब तक चालू हो पाएगी, इस संबंध में अधिकारी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है।
इधर एनटीपीसी में बिजली उत्पादन ठप होने पर जबलपुर, इलाहाबाद, झाबुआ व दिल्ली सहित कई बड़े शहरों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित बताईजा रही है। इस संबंध में परियोजना के कार्यकारी निदेशक अजीत कुमार तिवारी से भी बात की गई। लेकिन उन्होंने अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी बताया। उनका कहना है कि घटना को लेकर जांच जारी है। जल्द ही सारी वस्तुस्थिति स्पष्ट की जाएगी।