किसान लगातार संकट में है। खेती से उसे उसकी लागत भी नहीं निकल पा रही है। कर्ज में डूबे किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में सरकार उनके लिए लाई है, किसान ऊर्जा एवं उत्थान महा अभियान योजना। इसके तहत ऐसे किसान जिनका खेत बंजर है। वो खेती नहीं कर सकते उस जमीन पर और जमीन चिन्हित विद्युत उपकेंद्र के पांच किलो मीटर के दायरे में है तो वो योजना का लाभ उठा सकते हैं।
बताया जा रहा है कि योजना के मुताबिक ऐसी जमीन पर वो सोलर प्लांट लगा कर उससे पैदा होने वाली बिजली, विद्युत कंपनी को बेंच कर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। इच्छुक किसान इस योजना का लाभ अर्जित करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल www.cmsolarpump.mp.gov.in पर 31 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं। योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध है। आवेदन ऑनलाइन ही करना होगा।
बताया जा रहा है कि किसान ऊर्जा विकास एवं उत्थान महाअभियान योजना के अंतर्गत किसान, किसान समूह, कृषि उत्पादक संगठन, वाटर यूजर एसोसिएशन, सहकारी संस्थान व वे पंचायतें जिनके पास बंजर एवं पड़ती भूमि हो वे स्वयं अथवा निवेशकों के माध्यम से सोलर पावर प्लांट स्थापित कर सकते हैं। सोलर पावर प्लांट में पैदा बिजली सीधे विद्युत सब स्टेशन पहुंचेगी, जहां विद्युत कंपनी उस बिजली का लेखा जोखा रखेगी। संयंत्र से बनी बिजली की खरीदी का दाम किसान निवेशक को मिलेगा। योजना के तहत चिन्हित विद्युत सब स्टेशन के 5 किलो मीटर के दायरे में आ रहे न्यूनतम 2 एकड़ से लेकर अधिकतम 10 एकड़ तक की भूमि शामिल होगी, जिसमें 500 किलोवाट से लेकर 2 मेगावाट तक के प्लांट लगाए जा सकेंगे।
किसान द्वारा स्वयं निवेश न करने पर निवेशकों के माध्यम से सोलर प्लांट लगाने पर विद्युत नियामक,निर्धारित दर पर भूमि लीज पर देकर निश्चित वार्षिक किराया अदा करेगा।