वाहनों की संख्या 800
एनसीएल से हर रोज कोल परिवहन कर रहे वाहनों की संख्या 800० बताई गई है। जबकि प्रशासन की ओर से अनुमति 325 वाहनों को दी गई है। इस बात से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ट्रांसपोर्टरों व एनसीएल अधिकारियों की मिलीभगत में प्रशासन व एनजीटी के आदेश की किस तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
एनसीएल से हर रोज कोल परिवहन कर रहे वाहनों की संख्या 800० बताई गई है। जबकि प्रशासन की ओर से अनुमति 325 वाहनों को दी गई है। इस बात से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ट्रांसपोर्टरों व एनसीएल अधिकारियों की मिलीभगत में प्रशासन व एनजीटी के आदेश की किस तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
475 वाहनों को किसने दी अनुमति…?
प्रशासन की ओर से महज 325 वाहनों को एनसीएल से कोल परिवहन की अनुमति दी गई थी। जबकि एनसीएल खदानों में 800 कोल वाहन परिवहन कर रहे हैं। सवाल खड़ा होता है कि 475 कोल वाहनों को अनुमति किसने दिया। यह वाहन किसकी अनुमति से कोल परिवहन कर रहे हैं। इस मसले पर गौर फरमाने एनसीएल के आला अधिकारियों ने जहमत नहीं उठाया है। यह सब ट्रांसपोर्टरों व एनसीएल अधिकारियों की सांठगांठ से चल रहा है।
इन ट्रांसपोर्टरों के वाहन कर रहे कोल परिवहन
जानकारी के मुताबिक एनसीएल की खदानों में कोल परिवहन में लगे वाहन महावीर ट्रांसपोर्ट, एबीआई, महाकाल ट्रांसपोर्ट, गोदावारी ट्रांसपोर्ट, एके लॉजिस्टिक, जियो ट्रांसपोर्ट, त्रिमुला, एनएन ग्लोबल, फूलको, सीएमपीएल चंद्रा सहित कई अन्य भी कोयला परिवहन में लगे हैं। इनमें से कुछ ही ट्रांसपोर्टरों ने अनुमति लिया है। बाकी बचे ट्रांसपोर्टर एनसीएल अधिकारियों से सांठगांठ से बिना अनुमति कोल परिवहन कर रहे हैं।
प्रशासन की ओर से महज 325 वाहनों को एनसीएल से कोल परिवहन की अनुमति दी गई थी। जबकि एनसीएल खदानों में 800 कोल वाहन परिवहन कर रहे हैं। सवाल खड़ा होता है कि 475 कोल वाहनों को अनुमति किसने दिया। यह वाहन किसकी अनुमति से कोल परिवहन कर रहे हैं। इस मसले पर गौर फरमाने एनसीएल के आला अधिकारियों ने जहमत नहीं उठाया है। यह सब ट्रांसपोर्टरों व एनसीएल अधिकारियों की सांठगांठ से चल रहा है।
इन ट्रांसपोर्टरों के वाहन कर रहे कोल परिवहन
जानकारी के मुताबिक एनसीएल की खदानों में कोल परिवहन में लगे वाहन महावीर ट्रांसपोर्ट, एबीआई, महाकाल ट्रांसपोर्ट, गोदावारी ट्रांसपोर्ट, एके लॉजिस्टिक, जियो ट्रांसपोर्ट, त्रिमुला, एनएन ग्लोबल, फूलको, सीएमपीएल चंद्रा सहित कई अन्य भी कोयला परिवहन में लगे हैं। इनमें से कुछ ही ट्रांसपोर्टरों ने अनुमति लिया है। बाकी बचे ट्रांसपोर्टर एनसीएल अधिकारियों से सांठगांठ से बिना अनुमति कोल परिवहन कर रहे हैं।
परियोजनाओं में 31 रोड कांटा
एनसीएल अधिकारियों के मुताबिक कंपनी की दस परियोजनाएं संचालित हैं। जिसमें 31 रोड कांटा तौल के लिए लगाया गया है। यहां कांटा पर कमीशन का खेल चल रहा है। परियोजनाओं में जयंत, दुद्धीचुआ, निगाही, अमलोरी, झिंगुरदा, बी ब्लाक, खडिय़ा, ककरी, बीना, कृष्णशीला शामिल है। कोई भी परियोजना कमीशन के खेल में कोल वाहनों को ओवरलोड करने से नहीं चूक रहा है।
शर्तों का पालन नहीं कर रहे कोल वाहन
एनजीटी के शर्तो का पालन कोल वाहन नहीं कर रहे हैं। एनजीटी ने बकायदे सात बिंदुओं के शपथ का पालन करने सख्त निर्देश दिया था। शपथ में मुख्य बात यह है कि एमपी के अलावा यूपी व सीजी नंबर के कोल वाहनों को टैक्स जमा की छाया प्रति के साथ फिटनेस सर्टीफिकेट संलग्न करते हुए किसी प्रकार का टैक्स बकाया नहीं होना चाहिए। इसके लिए रसीद की छायाप्रति संबंधित विभाग में जमा करना था लेकिन ऐसा नहीं हो रहा बल्कि यूपी व सीजी नंबर के वाहन बिना टैक्स जमा किए एनसीएल से कोयला परिवहन कर रहे हैं।
एनसीएल अधिकारियों के मुताबिक कंपनी की दस परियोजनाएं संचालित हैं। जिसमें 31 रोड कांटा तौल के लिए लगाया गया है। यहां कांटा पर कमीशन का खेल चल रहा है। परियोजनाओं में जयंत, दुद्धीचुआ, निगाही, अमलोरी, झिंगुरदा, बी ब्लाक, खडिय़ा, ककरी, बीना, कृष्णशीला शामिल है। कोई भी परियोजना कमीशन के खेल में कोल वाहनों को ओवरलोड करने से नहीं चूक रहा है।
शर्तों का पालन नहीं कर रहे कोल वाहन
एनजीटी के शर्तो का पालन कोल वाहन नहीं कर रहे हैं। एनजीटी ने बकायदे सात बिंदुओं के शपथ का पालन करने सख्त निर्देश दिया था। शपथ में मुख्य बात यह है कि एमपी के अलावा यूपी व सीजी नंबर के कोल वाहनों को टैक्स जमा की छाया प्रति के साथ फिटनेस सर्टीफिकेट संलग्न करते हुए किसी प्रकार का टैक्स बकाया नहीं होना चाहिए। इसके लिए रसीद की छायाप्रति संबंधित विभाग में जमा करना था लेकिन ऐसा नहीं हो रहा बल्कि यूपी व सीजी नंबर के वाहन बिना टैक्स जमा किए एनसीएल से कोयला परिवहन कर रहे हैं।
कड़ी कार्रवाई करूंगा:
इस संबंध में एसडीएम नागेश सिंह ने बताया कि एनसीएल खदानों में वाहनों के ओवरलोड होने का मुआयना किया गया है।जल्द ही इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में एसडीएम नागेश सिंह ने बताया कि एनसीएल खदानों में वाहनों के ओवरलोड होने का मुआयना किया गया है।जल्द ही इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।