मकरोहर गांव के राम प्रताप कुशवाहा इलाज के लिए मंगलवार को जिला अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर को ढूंढने के लिए मरीज अस्पताल परिसर में इधर-उधर चक्कर लगा रहा था पूछने पर उसने बताया कि पिछले दो दिन से बुखार आ रही है। इलाज करा लेंगे तो स्वास्थ्य ठीक हो जाएगा। मगर यहां जिला अस्पताल में डॉक्टर मिलते ही नहीं हैं। इससे पहले भी कई बार इलाज के लिए आकर यहां से बिना उपचार वापस लौटा हूं।
हर रोज पहुंच रहे सैकड़ों मरीज
बतादें कि जिला अस्पताल में इलाज के लिए हर रोज सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं। इसमें कोई बुखार से पीडि़़त तो कोई पेट दर्द सहित अन्य बीमारियों से पीडि़त मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं उन मरीजों को संशय बना रहता है कि जिला अस्पताल में इलाज हो जाएगा या नहीं, क्योंकि लंबे समय से वे पटरी हुई जिला अस्पताल की व्यवस्था तमाम कोशिश के बाद भी नहीं सुधरी है। अब अब नवागत कलेक्टर पर मरीजों की उम्मीदें टिकी हैं क्योंकि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही पर गौर फरमाने की जरूरत है।
बतादें कि जिला अस्पताल में इलाज के लिए हर रोज सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं। इसमें कोई बुखार से पीडि़़त तो कोई पेट दर्द सहित अन्य बीमारियों से पीडि़त मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं उन मरीजों को संशय बना रहता है कि जिला अस्पताल में इलाज हो जाएगा या नहीं, क्योंकि लंबे समय से वे पटरी हुई जिला अस्पताल की व्यवस्था तमाम कोशिश के बाद भी नहीं सुधरी है। अब अब नवागत कलेक्टर पर मरीजों की उम्मीदें टिकी हैं क्योंकि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही पर गौर फरमाने की जरूरत है।
अस्पताल से नदारद रहते हैं डॉक्टर
वैसे तो जिला अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाती है मगर ड्यूटी के दौरान जिला अस्पताल के ओपीडी व इमरजेंसी में डॉक्टर नदारद रहते हैं। यहां हैरान करने वाली बात यह है कि जब प्रबंधन ही अस्पताल से नदारद रहते हैं तो डॉक्टर क्यों ना रहेंगे। दूरदराज से आने वाले मरीज जब दिन भर इधर-उधर चक्कर लगाकर बिना उपचार वापस लौटते हैं तो उस दौरान मरीज अस्पताल प्रबंधन को कोसते रहते हैं ।
वैसे तो जिला अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाती है मगर ड्यूटी के दौरान जिला अस्पताल के ओपीडी व इमरजेंसी में डॉक्टर नदारद रहते हैं। यहां हैरान करने वाली बात यह है कि जब प्रबंधन ही अस्पताल से नदारद रहते हैं तो डॉक्टर क्यों ना रहेंगे। दूरदराज से आने वाले मरीज जब दिन भर इधर-उधर चक्कर लगाकर बिना उपचार वापस लौटते हैं तो उस दौरान मरीज अस्पताल प्रबंधन को कोसते रहते हैं ।