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छूटे बच्चों के टीकाकरण अभियान की खानापूर्ति, गांवों में नहीं पहुंच रही टीम

locationसिंगरौलीPublished: Dec 09, 2019 02:55:52 pm

Submitted by:

Amit Pandey

कार्यालय से मॉनिटरिंग कर रहे जिम्मेदार…..

Health department official of Singrauli district is not serious

Health department official of Singrauli district is not serious

सिंगरौली. 0 से 2 वर्ष तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण अभियान में स्वास्थ्य महकमा ने पूरी ताकत झोंक दिया है। इसके बावजूद लक्ष्य को प्राप्त करने में चूक जा रहे हैं। बतादें कि जिले में सघन मिशन इन्द्रधनुष के तहत जहां 0 से 2 वर्ष तक के करीब चार हजार बच्चों को टीकाकरण के लिए चिह्नित किया गया है। वहीं 1938 गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण किया जाना है। लक्ष्य को पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसरत शुरू कर दी है। ताकि अभियान के तहत छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण किया जा सके।
बतादें कि इससे पहले जुलाई में अभियान चलाकर टीकाकरण किया गया था। जिसमें विभाग का मैदानी अमला ने सिर्फ खानापूर्ति किया था। जबकि उस दौरान कई बच्चे टीकाकरण से वंचित रह गए थे। अभियान के तहत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का कारण यह है कि कभी भी पूरे बच्चों का टीकाकरण नहीं हो पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों में नहीं पहुंच रही है। अधिकारी कार्यालय में बैठकर टीकाकरण की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

अब शुरू हो गई भागदौड़
दिसंबर माह में स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला ने भागदौड़ शुरु कर दिया है। टीकाकरण के राष्ट्रीय अभियान के तहत निर्धारित लक्ष्य को पाने के लिए शहर सहित ग्रामीण अंचल के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है। जो न पहुंचे हम तक, हम पहुंचे उन तक श्लोगन के तर्ज पर विभाग के आला अधिकारियों ने मैदानी अमला को सख्त निर्देशित किया है कि इस बार एक भी बच्चा टीकाकरण से छूटना नहीं चाहिए।

आंगनबाड़ी केंद्रों में दो दिन टीकाकरण
बताया गया है कि जिले में संचालित 1550 आंगनबाड़ी केंद्रोंं में सप्ताह में दो दिन यानी मंगलवार व शुक्रवार को टीकाकरण किया जाता है। केंद्रों पर सप्ताह में दो दिन एएनएम व कार्यकर्ताओं के सहयोग से गांव के छोटे बच्चों को इक_ा किया जाता है। जहां एएनएम की ओर से गर्भवती माताएं व 0 से 2 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाता है। इससे भी लक्ष्य को प्राप्त करने स्वास्थ्य विभाग को सहूलियत होगी।
फैक्ट फाइल:-
0 से 2 वर्ष तक निर्धारित बच्चों की संख्या – 4125
चिह्नित गर्भवती महिलाओं की संख्या – 1938

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