संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश के अपर संचालक ने प्रशासकीय कार्य सुविधा की दृष्टि से शासन स्तर से प्रशासकीय अनुमोदन प्राप्त कर डॉ. ओपी झा दंत विशेषज्ञ को तत्काल प्रभाव से अन्य आगामी आदेश तक सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक के प्रभार पर पदस्थ किया है। वहीं अब तक सिविल सर्जन के प्रभार पर रहे डॉ. एनके जैन को प्रभार से मुक्त कर दिया है।
बताया गया है कि जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में डॉ. जैन की ओर से लापरवाही बरती गई है। इसके साथ ही अस्पताल में मरीजों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा है। कार्यकाल के दौरान जहां वार्ड में भर्ती मरीजों को मिलने वाले नास्ता व भोजन में कोताही बरती गई है। वहीं ओपीडी में उपचार के लिए पहुंच रहे मरीजों को लापरवाही के चलते समुचित उपचार मुहैया नहीं हो सका है।
इसके अलावा कोरोना के दूसरी लहर के दौरान अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन रहे डॉ. एनके जैन मरीजों को सुविधाओं की पूर्ति करा पाने में भी असफल साबित हुए हैं। साथ ही सीएमएचओ की भी जिम्मेदारी होना भी व्यवस्थाओं को बना पाने मेें आड़े आ रहा था। इन तमाम परेशानियों के मद्देनजर संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश की ओर से जिला अस्पताल में सिविल सर्जन की नई जिम्मेदारी डॉ. ओपी झा को दिया है।
ताकि कोरोना के तीसरी लहर के दौरान मरीजों को असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा ऐसे चिकित्सक जो अस्पताल में मौजूद रहें। ताकि मरीज को हो रही समस्या से अवगत हो सकें। पहले तो स्थिति यह थी कि मरीजों को समस्या को बताने के लिए अस्पताल में कोई जिम्मेदार नहीं मिलता था। डॉ. झा को जिम्मेदारी मिलने पर मरीजों को हो रही परेशानी दूर होने की संभावना है।