बगैर बताए घर से लेकर आए
आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने बताया कि दोनों के कब्जे से तीन १०-१० साल की बच्चियां मुक्त कराई गईं। बच्चियों को चाइल्ड लाइन के माध्यम से रात में सुरक्षित कराया गया। पूछताछ में बच्चियों ने बताया कि बगैर परिजनों से बताए ही राजू और सीमा उन्हें अपने साथ लेकर जा रहे हैं। इस पर तत्काल सूचना बच्चियों के परिजनों को दी गई। तीनों बच्चियां सिंगरौली जिला के बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत बगदरी की हैं। सीमा पास के ही गांव पतेरी की रहने वाली है। वह तीन साल से गायब थी। कुछ दिनों से वह गांव में थी और मौका पाते ही बच्चियों को लेकर वहां से दोनों चले आए।
आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने बताया कि दोनों के कब्जे से तीन १०-१० साल की बच्चियां मुक्त कराई गईं। बच्चियों को चाइल्ड लाइन के माध्यम से रात में सुरक्षित कराया गया। पूछताछ में बच्चियों ने बताया कि बगैर परिजनों से बताए ही राजू और सीमा उन्हें अपने साथ लेकर जा रहे हैं। इस पर तत्काल सूचना बच्चियों के परिजनों को दी गई। तीनों बच्चियां सिंगरौली जिला के बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत बगदरी की हैं। सीमा पास के ही गांव पतेरी की रहने वाली है। वह तीन साल से गायब थी। कुछ दिनों से वह गांव में थी और मौका पाते ही बच्चियों को लेकर वहां से दोनों चले आए।
आरोपियों को बरगवां ले गई पुलिस
आरपीएफ की सूचना पर बच्चियों के परिजन रविवार को कटनी पहुंचे। परिजनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार से बच्चियां अचानक घर से गायब थीं। वे उनकी तलाश कर रहे थे तभी शनिवार को पुलिस ने घटना की जानकारी दी। आरपीएफ ने बच्चियों को उनके परिजनों को सौंपा। अग्रिम कार्रवाई के लिए आरोपियों को बरगवां पुलिस
को सौंपा।
आरपीएफ की सूचना पर बच्चियों के परिजन रविवार को कटनी पहुंचे। परिजनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार से बच्चियां अचानक घर से गायब थीं। वे उनकी तलाश कर रहे थे तभी शनिवार को पुलिस ने घटना की जानकारी दी। आरपीएफ ने बच्चियों को उनके परिजनों को सौंपा। अग्रिम कार्रवाई के लिए आरोपियों को बरगवां पुलिस
को सौंपा।