वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत के चलते ढहाए गए पेड़ों की जानकारी पूर्व सांसद मानिक सिंह ने जिला प्रशासन को दी। साथ ही पूर्व सांसद की ओर से मामले की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग भी की गई है। शिकायत में पूर्व सांसद ने बताया है कि सकरिया जंगल से सरई, हल्दी व सेधा जैसे कीमती पेड़ों को काटा गया है।
स्थानीय रेंजर से सांठगांठ कर माफिया हरे-भरे सैकड़ों पेड़ महज चंद दिनों में ढहा दिए गए हैं। कहा है कि जंगल उजाड़ कर न केवल पर्यावरण को हानि पहुंचाई जा रही है। बल्कि जंगली जीवों पर भी खतरा मडऱा रहा है। शिकायत के मुताबिक सकरिया जंगल से करीब छह सौ पेड़ काटे गए हैं। वर्तमान में भी पेंड़ों की कटाई जारी रहने की बात कही गई है।