उन्होंने उपस्थित पुलिस अधिकारियों को निराकरण करने का निर्देश देते हुए कहा कि लंबित अपराधों की 500 संख्या लापरवाही का बयां करती है। महानिरीक्षक ने पुलिस चौकी व थाना में नवनियुक्त प्रशिक्षु उप निरीक्षकों के कार्यों की भी बारीकी से समीक्षा की और कार्रवाई को अवगत कराए जाने के लिए एसडीओपी व सीएसपी को पाबंद किया गया। कहा कि किसी भी शिकायत को थाना प्रभारी गंभीरता पूर्वक सुनकर निराकरण करें।
गुम इंशान की दस्तयाबी के लिए अनुविभागीय अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित किया जाए। आइजी ने इसके अलावा भी अन्य कई निर्देश दिए। इस मौके पर एएसपी प्रदीप शेंडे सहित एसडीओपी मोरवा डॉ. कृपाशंकर द्विवेदी, सीएसपी अनिल सोनकर, देवसर व चितरंगी एसडीओपी के साथ-साथ कोतवाल अरूण पाण्डेय, विंध्यनगर टीआई मनीष त्रिपाठी, नवानगर टीआई यूपी सिंह, बरगवां टीआई अनिल उपाध्याय, जियावन टीआई नेहरू सिंह, सरई टीआई अनूप सिंह ठाकुर, मोरवा टीआई नागेन्द्र सिंह, चितरंगी टीआई आरपी रावत, माड़ा टीआई डीएन राज, यातायात प्रभारी आरएन आर्मो, आरआई आशीष तिवारी सहित चौकी प्रभरी व अन्य स्टॉफ मौजूद रहे।
महिला अपराधों के प्रति संवेदनशील बनें
आइजी ने कहा कि महिलाओं व कमजोर वर्ग के पीडितों की शिकायत पर थाना प्रभारी विशेष रूची लेकर कार्रवाई करें। महिला अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करें। थाना प्रभारी एमएलसी रजिस्टर का स्वयं अवलोकन करें व उस पर विधिसम्मत कार्रवाई करें। महिला संबंधी अपराधो में संवेदनशील होकर कार्रवाई किया जाए।
आइजी ने कहा कि महिलाओं व कमजोर वर्ग के पीडितों की शिकायत पर थाना प्रभारी विशेष रूची लेकर कार्रवाई करें। महिला अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करें। थाना प्रभारी एमएलसी रजिस्टर का स्वयं अवलोकन करें व उस पर विधिसम्मत कार्रवाई करें। महिला संबंधी अपराधो में संवेदनशील होकर कार्रवाई किया जाए।
थाना परिसर में बने स्वच्छता की मिशाल
साफ-सफाई पर जोर देते हुए आइजी ने कहा कि बारिश के सीजन में सभी टीआई अपने थाना परिसर व सभी कक्षों में साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। थाना परिसर में स्वच्छता इस तरह हो कि लोग मिशाल प्रस्तुत करें। थाना प्रभारी व राजपत्रित अधिकारी समय पर सफाई की भी समीक्षा करें। स्वच्छता में लापरवाही नहीं करें।
साफ-सफाई पर जोर देते हुए आइजी ने कहा कि बारिश के सीजन में सभी टीआई अपने थाना परिसर व सभी कक्षों में साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। थाना परिसर में स्वच्छता इस तरह हो कि लोग मिशाल प्रस्तुत करें। थाना प्रभारी व राजपत्रित अधिकारी समय पर सफाई की भी समीक्षा करें। स्वच्छता में लापरवाही नहीं करें।