पोषण पुर्नवास केन्द्र में पोहा की जगह खिचड़ी मिला
आर के स्वाई ने जिला अस्पताल में बने पोषण पुर्नवास केन्द्र का भी निरीक्षण किया। वहां पाया कि बच्चों को खाना देने में बेहद लापरवाही की जा रही है। बच्चों को पोहा दिया गया था वह बेहद घटिया था । समझ नहीं आ रहा था कि पोहा है या खिचड़ी। एनआरसी में कुपोषित बच्चों व उनके अभिभावकों को मिले बेड, चादर अस्त-व्यस्त थे। एनआरसी में पुरूष सुपरवाइजर की तैनाती मिला। सिविल सर्जन डॉ. के.एल पाण्डेय को फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि महिला सुपरवाइजर की पदस्थापना करें। ताकि एनआरसी में भर्ती होने वाले बच्चों की माताएं अपनी समस्याएं महिला कर्मी को बता सकें।
एनआरसी सुव्यवस्थित हो, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। वार्ड में छोटे-छोटे बच्चे रहते हैं अगर गंदगी रहेगी तो कीटाणु बच्चों में प्रवेश करेंगे। इसे लेकर सिविल सर्जन डॉ. के एल पाण्डेय को फटकार लगाई। निर्देश दिया कि पोषण पुर्नवास केन्द्र में बच्चों के खाद्यान में गुणवक्ता बरती जाए। इस दौरान खाद्य आयोग के सदस्य वीर सिंह चौहान, अपर कलेक्टर ऋजु बाफना, तहसील विवेक गुप्ता, सीएमएचओ डॉ.आरपी पटेल, सिविल सर्जन डॉ.केएल पाण्डेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सुमन वर्मा, डॉ.एपी पटेल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।