जर्मनी के विशेषज्ञ सिखाएंगे खेल के जरिए स्वास्थ्य प्रबंधन का तरीका
शासकीय अग्रणी महाविद्यालय में आयोजित होगी अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला....

सिंगरौली. खेल शरीर को स्वस्थ रहने के लिए एक बेहतरीन माध्यम है। यह बात सभी लोग समझते हैं, लेकिन खेल के जरिए जर्मनी में स्वास्थ्य प्रबंधन किस तरह किया जाता है। इससे शायद ही यहां कोई अवगत हो। फिलहाल खुशखबरी यह है कि अब यहां के खेल अधिकारी, शिक्षक व छात्र जर्मनी का तरीका जान सकेंगे।
इसी महीने 20 व 21 मार्च को आयोजित होने वाले एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में प्रदेश भर के खेल अधिकारी जर्मनी की विधा से रूबरू होंगे। बात शासकीय अग्रणी महाविद्यालय बैढऩ में आयोजित होने जा रही कार्यशाला की कर रहे हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एमयू सिद्दीकी के मुताबिक कार्यशाला खेल अधिकारी डॉ. उमाकांत सिंह के नेतृत्व में दो दिनों तक चलेगी।
कार्यशाला में जर्मनी के एक विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य एवं खेल प्रबंधन विभाग में बतौर विभागाध्यक्ष पदस्थ जेलिना थाइस बतौर विशेषज्ञ उपस्थित होंगी। इसके अलावा दोनों देशों के दूतावास के अधिकारी भी कार्यशाला में शामिल होंगे। दो दिवसीय कार्यशाला में खेल के जरिए स्वास्थ्य व दक्षता प्रबंधन पर चर्चा होगी। चर्चा में एक ओर जहां जर्मनी की विधाएं प्रस्तुत की जाएंगी। वहीं दूसरी ओर से संबंधित विषय पर भारतीय विशेषज्ञ भी अपना शोध प्रस्तुत करेंगे।
हर जिले से आएंगे खेल अधिकारी
कार्यशाला मुख्य रूप से खेल अधिकारियों के लिए आयोजित की जा रही है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में पदस्थ खेल अधिकारी कार्यशाला में शामिल होकर स्वास्थ्य प्रबंधन का तरीका सीखेंगे। इसके बाद उनकी ओर से अपने-अपने महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं को यह तरीका बताएंगे।
दूसरे राज्यों के विशेषज्ञ भी होंगे शामिल
डॉ. उमाकांत के मुताबिक कार्यशाला में दिल्ली के अलावा झारखंड, छत्तीसगढ़ व उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों के विशेषज्ञ और खेल अधिकारी भी शामिल होंगे। उनकी ओर से स्वास्थ्य प्रबंधन पर शोधपत्र प्रस्तुत किया जाएगा। अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ. पंकज श्रीवास्तव भी शामिल होंगे।
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