स्वास्थ्य विभाग की ओर से सुविधाओं का विस्तार नहीं किया जा रहा है। जिला अस्पताल में जब ऐसी व्यवस्था है तो सीएचसी पीएचसी की बात परे लगती है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सक सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। इसकों लेकर लोगों की ओर से कई बार विरोध प्रदर्शन भी हो चुके है। लेकिन इसके बावजूद भी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है।
सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं को प्रसव की सुविधा प्रदान करने के दावे कागजी दिखाई दे रहे हैं। हालत यह है कि जिले में आधा दर्जन से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व सीएचसी ऐसी हंै, जिनमें प्रसवों की संख्या शून्य रही है। जो कि चिकित्सा विभाग के बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के दावे पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है।
प्रसूताओं को सुविधाएं मिल रही हैं। किसी कारण यदि प्रसूताओं को वाहन सहित अन्य सुविधाओं में दिक्कत हो तो उक्त समस्या को उनके परिजन हमें बताएं। उन्हें सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
डॉ. आरपी पटेल, सीएमएचओ।