दो दर्जन से अधिक की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे मजदूर, कहा- जब तक मजदूरी नहीं मिलेगी, यहां से नहीं हटेंगे
सिंगरौलीPublished: Feb 19, 2019 05:34:07 pm
वन विभाग ने प्लांटेशन के लिए खोदवाए थे गड्ढे
सिंगरौली. वन परिक्षेत्र सरईग्राम अंतर्गत हट्टा बीट में प्लांटेशन के लिए खोदे गए गड्ढों की मजदूरी नहीं मिलने पर दो दर्जन से अधिक मजदूर सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां मजदूरी नहीं मिलने की शिकायत मजदूरों ने की है।
मजदूरों ने बताया कि हट्टा बीट के मुंशी यूके उपाध्याय के देखरेख में प्लांटेशन करने के लिए गड्ढे खोदे गए। इसके लिए निर्धारित लक्ष्य दिया गया था। लक्ष्य पूरा करने के बाद मजदूरी की मांग की गई तो देने में बहानेबाजी करने लगे। हैरत तो तब हो गई जब वन परिक्षेत्र सरई रेंजर के संज्ञान में मामला पहुंचा तो उन्होंने भी मजदूरी का भुगतान करने से साफ इनकार कर दिया। आर्थिक तंगी झेल रहे मजदूरों ने अपनी मजूदरी पाने के लिए उक्त मामले की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और मामले की शिकायत की। एसडीएम और वनविभाग के एसडीओ में मामले को सुनते हुए मजदूरों को आश्वासन दिया है लेकिन मजदूर लोक सेवा केन्द्र के पास अपना डेरा जमाए बैठे हैं। मजदूरों का कहना है कि जब तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाएगा, तब तक मुख्यालय से नहीं जाएंगे।
२२ हजार गड्ढे खोदने का लक्ष्य
मजदूरों को 22 हजार गड्ढा खोदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसे पूरा करने के बाद मजदूर अपनी मजदूरी की मांग करने लगे। इस दौरान उन्हें लक्ष्य पूरा नहीं करने का हवाला देकर उनकी मजदूरी नहीं दिया गया। विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि 22 हजार गड्ढों में सिर्फ 14 हजार गड्ढा मजदूरों ने खोदा है। ऐसे में भुगतान करने में दिक्कत आएगी, जबकि मजदूरों ने बताया कि लक्ष्य को पूरा करते हुए २२ हजार गड्ढे खोदे गए हैं।
दो प्लांटेशन में कराया गया काम
मजदूरों से दो प्लांटेशन में काम कराया गया है। अमेढिय़ा निवासी मजदूर विगत दो माह से हट्टा जंगल में गड्ढा खोदने का काम किया है लेकिन वन अमला इसे मानने को तैयार नहीं है। वन विभाग के अफसरों ने मजदूरों में ही लापरवाही होना बताया है। कहा कि साइज के हिसाब से गड्ढा नहीं खोदा गया है, साथ ही मजदूरों ने महज २७ दिन ही काम किया है। जितने गड्ढे खोदने की रिपोर्ट आई है उतना ही भुगतान किया जाएगा।