मांगों को लेकर धरना पर बैठे विस्थापितों का कहना है कि उनकी मांगे जब तक पूरी नहीं होगी। उनका आंदोलन जारी रहेगा।श्रमिकों का कहा कि जिला प्रशासन कंपनी से बात करके उनकी मांगों को पूरा कराए। प्रशासनिक अधिकारी उनकी मांगों को लेकर जल्द ही सक्रियता नहीं दिखाते हैं तो वह सडक़ पर उतरकर चक्काजाम करने को बाध्य होंगे।
भारतीय कृषि एवं ग्रामीण मजदूर संघ के नेतृत्व में धरने पर बैठे श्रमिकों का कहा कि कंपनियों की ओर से यहां जिले में विस्थापितों व श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है। वहीं शासन व प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। उनका आरोप है कि उन्हें न ही उचित मुआवजा दिया गया है और न ही विस्थापित परिवार के सदस्य को कंपनी में नौकरी दी जा रही है। धरना प्रदर्शन कर विस्थापितों व श्रमिकों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है। ज्ञापन के जरिए उनकी ओर से छह सूत्रीय मांग की गई।