जानकारी के मुताबिक, जमुआ निवासी फरियादी रमेश शाह का लंबे समय से जमीनी विवाद बड़े भाई से चल रहा था। फरियादी रमेश व उसके भाई रामसजीवन शाह ने नौगढ़ में जमीन खरीदी थी, जिस भूमि पर वर्तमान में निर्माण कार्य चल रहा है। शनिवार की सुबह निर्माण कार्य का जायजा लेने फरियादी व उसका भाई रामसजीवन शाह नौगढ़ पहुंचे। वहां दूसरे पक्ष का फरियादी बड़ा भाई रामशिरोमणि शाहवाल व उसका बेटा दिलीप राठौर, विकास राठौर सहित रिश्तेदार जीतेन्द्र शाह, श्यामसुन्दर शाह गाली-गलौज करते हुए रमेश शाह पर लाठी-डंडा व सब्बल से जानलेवा हमला कर दिया। बीच बचाव करने पहुंचे रामसजीवन को भी बदमाशों ने बेरहमी से पीटा है। उसके सिर व पैर में गंभीर चोट आई है। जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रामसजीवन की गंभीर हालत को देख डाक्टरों ने उसे नेहरू चिकित्सालय रेफर कर दिया।
यह है पूरा मामला
जमुआ निवासी रमेश शाह व उसके छोटे भाई रामसजीवन ने मिलकर नौगढ़ में जमीन खरीदी। उक्त जमीन पर हाल ही में मकान बानाने का काम ठेके पर दिया है। उस जमीन में हिस्सा लेने के विरोध में फरियादी का बड़ा भाई रामशिरोमणि शाहवाल शनिवार की सुबह करीब ९ बजे नौगढ़ पहुंचकर निर्माणकार्य कर रहे मजदूरों के साथ गाली-गलौज करने लगा। इसी बीच निर्माण कार्य का जायजा लेने दोनों भाई रमेश और रामसजीवन नौगढ़ पहुंचे। वहां रामशिरोमणि अपने बेटों के साथ मिलकर इनके साथ गाली-गलौज कर सब्बल और लाठी से जानलेवा हमला कर दिया।
जमुआ निवासी रमेश शाह व उसके छोटे भाई रामसजीवन ने मिलकर नौगढ़ में जमीन खरीदी। उक्त जमीन पर हाल ही में मकान बानाने का काम ठेके पर दिया है। उस जमीन में हिस्सा लेने के विरोध में फरियादी का बड़ा भाई रामशिरोमणि शाहवाल शनिवार की सुबह करीब ९ बजे नौगढ़ पहुंचकर निर्माणकार्य कर रहे मजदूरों के साथ गाली-गलौज करने लगा। इसी बीच निर्माण कार्य का जायजा लेने दोनों भाई रमेश और रामसजीवन नौगढ़ पहुंचे। वहां रामशिरोमणि अपने बेटों के साथ मिलकर इनके साथ गाली-गलौज कर सब्बल और लाठी से जानलेवा हमला कर दिया।