स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि संजीवनी क्लीनिक अभी तक केवल जैतपुर में संचालित था। इसके बाद दस नए क्लीनिक बनाए जा रहे हैं। संजीवनी क्लीनिक पर मरीजों को बेहतर उपचार मुहैया कराया जाएगा। स्टाफ की नियुक्ति भोपाल से की जाएगी। शहरी क्षेत्र के गांवों में संजीवनी क्लीनिक का संचालन होने के बाद मरीजों को सुविधाएं मिलेंगी। सामान्य सर्दी, जुकाम व बुखार के मरीजों का प्राथमिक उपचार संजीवनी क्लीनिक पर किया जाएगा।
-एक मेडिकल ऑफीसर
-एक स्टाफ नर्स
-एक फार्मासिस्ट
-एक डाटा इंट्री ऑपरेटर
-दो सपोर्ट स्टाफ यहां हो रहा निर्माण:
– रेलवे स्टेशन मोरवा
– जगमोरवा
– हिर्रवाह
– हर्रई पश्चिम
– तेलगवां
– अमलोरी बस्ती
– नंदगांव
– ढोंटी
-450 मरीज औसतन एक दिन की ओपीडी में।
– एक क्लीनिक में 15 मरीज एक दिन में।
– 10 क्लीनिक पर औसतन 150 मरीज।
– 150 मरीज ट्रामा सेंटर की ओपीडी में कम होंगे।
– चिकत्सकों पर मरीजों का भार कम होगा।