लाइसेंस के लिए अचानक से बढ़े आवेदन कृषि के प्रति बढ़े रूझान का नतीजा माना जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान घर वापस लौटे प्रवासियों में कृषि के प्रति बढ़ा रूझान कृषि अधिकारियों और वैज्ञानिकों की ओर से प्रशासन के निर्देश पर चलाए गए अभियान का नतीजा माना जा रहा है।
कृषि अधिकारियों के मुताबिक पूर्व में लाइसेंस के लिए आने वाले आवेदन अधिकतम 60 से 70 की संख्या में रहते थे, लेकिन इस बार अब तक करीब 300 लोगों ने लाइसेंस प्राप्त करने की इच्छा जताई है। अभी आवेदन आने सिलसिला जारी है। सितंबर तक यह संख्या 500 तक पहुंचने का अनुमान है।
गौरतलब है कि प्रवासियों में खेती के प्रति अलख जगाने को लेकर प्रशासन के निर्देश पर न केवल कृषि अधिकारियों ने गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाया है बल्कि कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक भी इस कार्य में लगे हैं। यही वजह रही है कि मौसम की प्रतिकूल स्थिति में भी बोवनी का आंकड़ा 150 हजार हेक्टेयर के पार हो गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 फीसदी अधिक है। इस आंकड़े में अभी और बढ़ोत्तरी होगी। क्योंकि बोवनी का सिलसिला अभी जारी है।
आवेदकों में ज्यादातर युवा शामिल
लाइसेंस लेने के प्रति बढ़े रूझान से यह जाहिर है कि युवा वर्ग को अब कृषि में भी बेहतर व्यवसाय की संभावना नजर आ रही है। यही वजह है कि उनकी ओर से लाइसेंस लेने में रुचि दिखाई जा रही है। गौरतलब है कि आवेदकों में लगभग सभी युवा हैं। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है, क्योंकि लाइसेंस के लिए विज्ञान संकाय में स्नातक की योग्यता निर्धारित की गई है।
लाइसेंस लेने के प्रति बढ़े रूझान से यह जाहिर है कि युवा वर्ग को अब कृषि में भी बेहतर व्यवसाय की संभावना नजर आ रही है। यही वजह है कि उनकी ओर से लाइसेंस लेने में रुचि दिखाई जा रही है। गौरतलब है कि आवेदकों में लगभग सभी युवा हैं। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है, क्योंकि लाइसेंस के लिए विज्ञान संकाय में स्नातक की योग्यता निर्धारित की गई है।
आवेदन की स्क्रीनिंग है जारी
कृषि अधिकारी आशीष पाण्डेय के मुताबिक सभी को लाइसेंस मिल पाएगा, यह तय नहीं है। लाइसेंस के लिए शैक्षणिक योग्यता के अलावा भी अन्य कई पात्रता निर्धारित है। वर्तमान में जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं। उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। योग्यता व पात्रता की शर्त पूरी होने के बाद लाइसेंस जारी किया जाएगा। पूर्व में आए करीब दो दर्जन से अधिक को लाइसेंस जारी भी किया गया है।
कृषि अधिकारी आशीष पाण्डेय के मुताबिक सभी को लाइसेंस मिल पाएगा, यह तय नहीं है। लाइसेंस के लिए शैक्षणिक योग्यता के अलावा भी अन्य कई पात्रता निर्धारित है। वर्तमान में जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं। उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। योग्यता व पात्रता की शर्त पूरी होने के बाद लाइसेंस जारी किया जाएगा। पूर्व में आए करीब दो दर्जन से अधिक को लाइसेंस जारी भी किया गया है।