मकर संक्रांति से सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाएगा। सूर्य के मकर राशि में आने से खरमास समाप्त होगा। जिससे मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे। सूर्य जब मकर, कुंभ, मीन, मेष, वृष और मिथुन राशि में सूर्य रहता है। तब ये ग्रह उत्तरायण होता है। जब सूर्य शेष राशियों कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक और धनु राशि में रहता है, तब दक्षिणायन होता है। डॉ. मिश्र ने बताया कि मकर संक्रांति के मौके पर तिल से स्नान करना फलदायक होता है। इसी के साथ ही तिल का दान करना चाहिए। कचनी के पास स्थित काचन नदी में श्रद्धालु स्नान करने के बाद तिल का दान करेंगे। यहां मेला भी आयोजित किया जाता है।
गुड़ व तिल से बने खाद्य सामग्रियों की मांग बढ़ी
मकर संक्राति के मद्देनजर बाजारों में गुड़ और तिल से बने खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ गई है। बाजार में जगह-जगह दुकानें सज गई हैं। बाजार में कुछ विशेष खाद्य वस्तुओं की बिक्री ने जोर पकड़ लिया है। इस कारण बाजार मेें चावल व गुड़ से बने लाई के लड्डू, मंगफली, मूंगफली व गुड़ से बनी गजक, तिल की ब्रिकी बड़ी है। इन वस्तुओं की बिक्री की स्टालों की संख्या भी बढ़ी है। कुछ दिन पहले वातावरण में गर्मी रहने तक इन खाद्य वस्तुओं की मामूली बिक्री होती थी। वहीं अब ऐसे सामान की खूब खरीद हो रही है। इस कारण बैठकी वालों की बिक्री भी बढ़ गई।
मकर संक्राति के मद्देनजर बाजारों में गुड़ और तिल से बने खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ गई है। बाजार में जगह-जगह दुकानें सज गई हैं। बाजार में कुछ विशेष खाद्य वस्तुओं की बिक्री ने जोर पकड़ लिया है। इस कारण बाजार मेें चावल व गुड़ से बने लाई के लड्डू, मंगफली, मूंगफली व गुड़ से बनी गजक, तिल की ब्रिकी बड़ी है। इन वस्तुओं की बिक्री की स्टालों की संख्या भी बढ़ी है। कुछ दिन पहले वातावरण में गर्मी रहने तक इन खाद्य वस्तुओं की मामूली बिक्री होती थी। वहीं अब ऐसे सामान की खूब खरीद हो रही है। इस कारण बैठकी वालों की बिक्री भी बढ़ गई।