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शबनम गई सोनू के साथ, फूलमती व रामजी का शक भी हुआ दूर

locationसिंगरौलीPublished: Apr 23, 2019 01:25:38 am

Submitted by:

Anil kumar

तीन महीने में ६० पति-पत्नी के विवाद पहुंचे महिला प्रकोष्ठ 30 घरों में लौटी खुशियां, 15 दंपती को न्यायिक सलाह

Matters reached women cell and consultation center

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सिंगरौली. रिश्तों में उपजे तनाव में दबाव से नहीं समझाइश से सुलह होती है। पुरातन समय में न्याय की यही व्यवस्था थी और अब विज्ञान के युग में भी टूटते संबंध दबाव के न्याय से नहीं, बल्कि समझाइश से ही सुलझ रहे हैं। पुलिस के परामर्श केंद्र में नए वर्ष के शुरुआती तीन महीनों कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली है। रिश्तों की ऊंच-नीच में दबाव नहीं बल्कि समझाइश काम आ रही है। पिछले तीन महीनों में महिला प्रकोष्ठ व परामर्श केंद्र ने ३० दंपत्तियों को समझाइश देकर साथ घर भेजा है। इधर समझौते के लिए केंद्र पहुंचने वाले दंपतियों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है। इसी के साथ इनके बीच होने वाले समझौते भी बढ़े हैं।
ज्यादातर मामलों में हुआ समझौता
महिला प्रकोष्ठ व परामर्श केन्द्र की ओर से कई तरीके अपनाए जा रहे हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर के बीच समझौता समझाइश के जरिए हुआ है। केंद्र में पिछले तीन महीने में 60 शिकायतें पहुंची हैं और इनमें से ३० मामले में समझाइश से सुलझे, जबकि 15 को न्यायिक सलाह दिया गया। हालांकि पांच मामलों में मुकदमा भी दर्ज हुआ है।
हो गया आपसी समझौता
शबनम बानो व पति सोनू जायसवाल के बीच जरा सी बात पर बतंगड़ हो गया था, जबकि दोनों एक-दूसरे को चाहते हुए पति पत्नी मानकर साथ रहने लगे थे, लेकिन धीरे-धीरे इन दोनों के बीच दरारें उत्पन्न होने लगी। मामला महिला प्रकोष्ठ पहुंचा। जहां दोनों को आपसी समझौता क राया गया।
एक हुए दंपती
फूलमती शाह व पति रामजी के बीच शक को लेकर विवाद होता रहा। देखते ही देखते विवाद बढ़ता गया। दोनों एक-दूसरे पर शक करते थे। जिससे दोनों के बीच आए दिन विवाद होता था। दंपत्ति का विवाद महिला प्रकोष्ठ पहुंचा। जहां मशक्कत करते हुए महिला प्रकोष्ठ ने मामले को सुलह कराया।
जरा सी बात को बतंगड़ न बनाएं
महिला थाने की टीआई जेएस उइके ने बताया कि पति-पत्नी के विवाद में जो शिकायतें पहुंचती हैं उनमें ज्यादातर समझाइश से सुलझ जाती हैं। पत्नी नहीं चाहती कि पति परेशान हो और पति भी परिवार सुखी चाहते हैं। ज्यादातर यही देखने को मिल रहा है कि दंपत्ति छोटी-छोटी बातों को लेकर वैवाहिक जीवन खराब करने पर अड़ जाते हैं। समझाइस देने पर उनमें समझौता हो जाता है।परिवार परामर्श केंद्र में दंपति को यही समझाया जाता है कि छोटी-छोटी बातों पर परिवार न बिगाड़ें। वे एक-दूसरे को समझते रहेंगे तो विवाद की नौबत ही नहीं आएगी।
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