जिला प्रशासन ने रेत उत्खनन को लेकर मशीनें बंद करा दी है लेकिन हकीकत यह है कि कारोबारी अभी भी कांदोपानी व उर्ती में रेत का अवैध उत्खनन बदस्तूर जारी रखे हैं। मौके का नजारा देखने में विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता उजागर होती है। क्योंकि मौके पर चौबीस घंटे सैकड़ों ट्रैक्टर के जरिए रेत का अवैध उत्खनन व भंडारण किया जा रहा है। जिला प्रशासन व पुलिस की टीम मौके पर जाती है। इसके बावजूद भी रेत कोराबारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। खनिज विभाग व पुलिस की ओर से रेत कारोबारियों को खूली छूट दी गई है।
यह है पूरा मामला
पिपराकुरंद पंचायत भवन के पास ग्रामीणों ने रेत से भरे तीन हाइवा वाहनों को पकड़ा। इसके बाद सूचना खनिज अधिकारी को दिया। सूचना पर माइनिंग इंस्पेक्टर व सर्वेयर मौके पर पहुंचे। जहां रेत से भरे दो वाहनों को छोड़ दिया गया बताया गय। वहीं एक वाहन क्रमांक यूपी 65 एआर 9086 को जब्त कर थाने में सुरक्षार्थ खड़ी करा दिया है। फिलहाल मुद्दा वाहनों को छोडऩे का नहीं बल्कि रायल्टी चोरी का है। जब्त वाहन में भरे रेत की जांच कराई जाए तो रायल्टी चोरी व भंडारण का खुद ब खुद पर्दाफाश हो जाएगा।
पिपराकुरंद पंचायत भवन के पास ग्रामीणों ने रेत से भरे तीन हाइवा वाहनों को पकड़ा। इसके बाद सूचना खनिज अधिकारी को दिया। सूचना पर माइनिंग इंस्पेक्टर व सर्वेयर मौके पर पहुंचे। जहां रेत से भरे दो वाहनों को छोड़ दिया गया बताया गय। वहीं एक वाहन क्रमांक यूपी 65 एआर 9086 को जब्त कर थाने में सुरक्षार्थ खड़ी करा दिया है। फिलहाल मुद्दा वाहनों को छोडऩे का नहीं बल्कि रायल्टी चोरी का है। जब्त वाहन में भरे रेत की जांच कराई जाए तो रायल्टी चोरी व भंडारण का खुद ब खुद पर्दाफाश हो जाएगा।
रायल्टी व भंडारण की हो जांच
बतादें कि जिस वाहन में नौ घन मीटर की रायल्टी कटती है। उस वाहन में ३० घन मीटर से अधिक रेत भरा रहता है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि जितनी रायल्टी स्टॉक के लिए काटी जाती है। उससे पांच गुना ज्यादा रेत स्टॉक पर पड़ा हुआ है। रायल्टी व भंडारण की जांच हो तो खनिज अधिकरियों के कारनामों का पर्दाफाश होता जाएगा। भंडारण के लिए जितनी रायल्टी शो करते हैं उसका तीन से चार गुना रेत भंडारण कर रहे हैं।
बतादें कि जिस वाहन में नौ घन मीटर की रायल्टी कटती है। उस वाहन में ३० घन मीटर से अधिक रेत भरा रहता है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि जितनी रायल्टी स्टॉक के लिए काटी जाती है। उससे पांच गुना ज्यादा रेत स्टॉक पर पड़ा हुआ है। रायल्टी व भंडारण की जांच हो तो खनिज अधिकरियों के कारनामों का पर्दाफाश होता जाएगा। भंडारण के लिए जितनी रायल्टी शो करते हैं उसका तीन से चार गुना रेत भंडारण कर रहे हैं।
पहले ही मिल जाती है सूचना
कलेक्टर के निर्देश पर विभागीय अमला कार्रवाई के लिए जाता है तो अधिकारियों के पहुंचने से पहले कारोबारियों को सूचना मिल जाती है। ग्राम पंचायत पिपराकुरंद के कांदोपानी व हर्रहवा पंचायत में रेत के अवैध उत्खनन में यूपी के रेत माफियाओं के साथ-साथ स्थानीय रेत कारोबारी सक्रिय हैं। खनन व परिवहन करने के लिए माफियाओं को खनिज विभाग के अधिकारियों का पूरा संरक्षण मिला हुआ है। इसका वजह है कि कारोबारी कमीशन के बलबूते अधिकारियों व पुलिस का मुंह बंद कर देते हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर विभागीय अमला कार्रवाई के लिए जाता है तो अधिकारियों के पहुंचने से पहले कारोबारियों को सूचना मिल जाती है। ग्राम पंचायत पिपराकुरंद के कांदोपानी व हर्रहवा पंचायत में रेत के अवैध उत्खनन में यूपी के रेत माफियाओं के साथ-साथ स्थानीय रेत कारोबारी सक्रिय हैं। खनन व परिवहन करने के लिए माफियाओं को खनिज विभाग के अधिकारियों का पूरा संरक्षण मिला हुआ है। इसका वजह है कि कारोबारी कमीशन के बलबूते अधिकारियों व पुलिस का मुंह बंद कर देते हैं।