खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से चलाए गए अभियान के तहत बुधवार को मोबाइल प्रयोगशाला के जरिए रिलायंस चौराहा, बिलौजी, महापौर बंगला चौराहा, बस स्टैंड सहित अन्य कई स्थानों पर संचालित दुकानों से खाद्य पदार्थों का सेंपल लेकर मौके पर ही जांच की गई। प्रयोगशाला में उपलब्ध लैब टेक्नीशियन ने मौके पर ही जांच कर रिपोर्ट सौंपी। विभाग के अधिकारी अब जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे। सेंपलिंग के दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी साथ में मौजूद रहे।
प्रयोगशाला से 104 पदार्थों की हो सकेगी जांच
ओपी साहू के मुताबिक मोबाइल प्रयोगशाला में उपलब्ध सुविधाओं के मद्देनजर दूध व दूध से बने उत्पाद, मसाले, खाद्य तेल, नमक, शक्कर, शहद, नमकीन व मिठाई सहित कुल 104 तरह के खाद्य पदार्थों की महज कुछ मिनटों में जांच की सकती है। प्रयोगशाला से एक सप्ताह तक अभियान चलाकर दुकानों से सेंपलिंग कर जांच की जाएगी।
ओपी साहू के मुताबिक मोबाइल प्रयोगशाला में उपलब्ध सुविधाओं के मद्देनजर दूध व दूध से बने उत्पाद, मसाले, खाद्य तेल, नमक, शक्कर, शहद, नमकीन व मिठाई सहित कुल 104 तरह के खाद्य पदार्थों की महज कुछ मिनटों में जांच की सकती है। प्रयोगशाला से एक सप्ताह तक अभियान चलाकर दुकानों से सेंपलिंग कर जांच की जाएगी।
आमजन भी शुल्क देकर करा सकते हैं जांच
अधिकारियों के मुताबिक प्रयोगशाला के जरिए आमजन भी निर्धारित महज 10 रुपए शुल्क देकर खाद्य पदार्थों की जांच करा सकते हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं को खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से संपर्क करना होगा। खाद्य सामग्री की रिपोर्ट महज कुछ मिनटों में ही मिल जाएगी।
अधिकारियों के मुताबिक प्रयोगशाला के जरिए आमजन भी निर्धारित महज 10 रुपए शुल्क देकर खाद्य पदार्थों की जांच करा सकते हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं को खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से संपर्क करना होगा। खाद्य सामग्री की रिपोर्ट महज कुछ मिनटों में ही मिल जाएगी।
शहर से लेकर गांव तक चलेगा अभियान
संभाग के प्राप्त कार्यक्रम के मुताबिक मोबाइल प्रयोगशाला से मिलावटी खाद्य पदार्थ की जांच शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में स्थित बाजार की दुकानों में भी किया जाएगा। अधिकारियों की ओर से जांच व छापामार कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। ताकि मिलावट पर लगाम लग सके।
संभाग के प्राप्त कार्यक्रम के मुताबिक मोबाइल प्रयोगशाला से मिलावटी खाद्य पदार्थ की जांच शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में स्थित बाजार की दुकानों में भी किया जाएगा। अधिकारियों की ओर से जांच व छापामार कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। ताकि मिलावट पर लगाम लग सके।