शिकायत है कि नगर निगम की ओर से शहर की कुछ मुख्य या वीआईपी कालोनी में ही फोगिंग मशीन से मच्छर रोधी उपाय किए जाते हैं जबकि इस मामले में शेष अधिकतर शहर की अनदेखी हो रही है। इसके चलते शहरी क्षेत्र की ढाई लाख से अधिक आबादी मच्छरों की समस्या का शिकार है। बताया गया कि नगर निगम के पास फोगिंग की तीन मशीन चालू हालत में हैं जबकि एक नई मशीन तैयार होने का इंतजार कर रही है। इसके बावजूद लोगों को मच्छरों की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए प्रभावी उपाय नहीं हो रहे। नगर निगम का अमला इस मामले में केवल बैढऩ व विंध्यनगर के कुछ वीआईपी इलाकों पर ही मेहरबान है।
इसके मुकाबले शहर के शेष क्षेत्र की अनदेखी हो रही है। शिकायत है कि शहरी क्षेत्र का हिस्सा पचखोरा, बलियरी, तेलाई, नौगढ़, तेलगवां, पचौर, जुवाड़ी जैसे दूरदराज वाले इलाकों में अब तक एक बार भी फोगिंग नहीं की गई। इसलिए इन सभी कालोनियों या आबादी क्षेत्र में लोग मच्छरों की समस्या झेल रहे हैं। पचखोरा व शासकीय कालेज के पीछे कालोनी के नागरिकों की शिकायत है कि इस क्षेत्र में अब तक एक बार भी फोगिंग नहीं की गई। इसके चलते नागरिकों की ओर से नगर निगम के स्तर पर सुविधाएं मुहैया कराने में भेदभाव की बात भी कही जा रही है। शिकायत है कि इन कालोनियों में नियमित सफाई व कचरे का उठाव भी नहीं होता। इसके चलते वहां मच्छरों की समस्या अधिक है। इसलिए वहां प्राथमिकता से फोगिंग करवाई जानी चाहिए पर लगता है नगर निगम को लोगों की इस परेशानी से कोई सरोकार नहीं है।