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साहब के इंतजार में पेशकारों की फजीहत, कलेक्ट्रेट में घंटों रहे परेशान

locationसिंगरौलीPublished: Oct 26, 2018 12:02:47 am

Submitted by:

Ajeet shukla

पेश होने पहुंचे थे राजस्व न्यायालय…

MP Assembly Election: Revenue Court Affected by election in Singrauli

MP Assembly Election: Revenue Court Affected by election in Singrauli

सिंगरौली. अभी तो साहब लोग विधानसभा चुनाव के तहत चल रही तैयारी के मद्देनजर निरीक्षण में निकले हैं। इंतजार करो पेशी शाम चार बजे तक होगी। राजस्व न्यायालय में पेशी के लिए पहुंची रामरती का चेहरा यह सुनते ही उतर गया। माड़ा थाना क्षेत्र के बिदूर गांव निवासी रामरती सुबह ही परिजनों के साथ घर से यह सोचकर निकली थी कि समय से पहुंचेंगे तो जल्द पेशी हो जाएगी। कलेक्ट्रेट में गुरुवार को रामरती जैसा हाल कई दूसरे पेशकारों का भी रहा।
पेशी के लिए सुबह ही कलेक्ट्रेट पहुंचे पेशकार परिसर में ही समय काटते नजर आए।इंतजार का एक-एक पल उन पर भारी पड़ रहा था।आखिर उन्हें न्यायालय में जो पेश होना था। दरअसल राजस्व न्यायालय में पेशी के लिए पेशकारों को 26 अक्टूबर की तिथि दी गई थी, लेकिन कलेक्टर से लेकर एसडीएम तक ज्यादातर अधिकारी यानी पीठासीन चुनावी तैयारी में व्यस्त रहे। इसी का नतीजा रहा कि पेशकारों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
चुनाव बाद की डेट मिलती तो बेहतर होता
पेशकारों की पैरवी करने पहुंचे एक अधिवक्ता ने कहा कि अब विधानसभा चुनाव तक अधिकारी व्यस्त रहेंगे। बेहतर होता कि अब पेशी के लिए पेशकारों को चुनाव के बाद की तिथि दी जाती। इससे पेशकारों की पेशी समय पर होगी और पैरवी करने वालों के साथ पेशकारों को भी राहत मिलेगी। अधिकारियों को भी इस भागदौड़ के बीच थोड़ी राहत मिलेगी।
ज्यादातर राजस्व न्यायालयों में यही हाल
यह स्थिति केवल एक कलेक्ट्रेट में ही नहीं बल्कि एसडीएम व तहसीलदार के न्यायालय में ही देखने को मिल रही है। अधिकारी चुनाव में व्यस्त है। इस कारण से पेशकारों की पेशी में लेटलतीफ हो रहा है। गौरतलब है कि एसडीएम व तहसीलदार कार्यालय में रोज न्यायालय चलती है।
उदाहरण:-एक
रामरती रिश्ते में आने वाले बिदूर गांव के ही रौहाल द्वारा टै्रक्टर खरीदे जाते समय गारंटर बनी थी।रौहाल ट्रैक्टर की किश्त जमा नहीं कर सके। नतीजा अब रौहाल के साथ रामरती की संपत्ति भी कुर्क होने को है। रामरती इसी मामले में पेशी के लिए कलेक्ट्रेट पहुंची थी।
उदाहरण:-दो
चितरंगी से भी कईपेशकार जमीन सुधार के मामले में पेशी के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर के ढाई बजे तक उनकी पेशी नहीं हो सकी थी। राजस्व न्यायालय में पीठासीन का न होना, इसका कारण बना।बताया गया था कि पेशी शाम चार बजे तक होगी।
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