स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इन्दर सिंह परमार के अनुसार राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के माध्यम से स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्प, हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम, मेटैलवेयर, बुनकर, नक्काशी आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। परमार ने कहा कि इसमें विद्यालयीन छात्रों के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर युवाओं को भी लाभ होगा। “आत्मनिर्भर भारत” की दिशा में स्थानीय स्तर पर रोजगार और प्रशिक्षण उपलब्ध कराने का यह एक महत्वपूर्ण साधन होगा। नई शिक्षा नीति में 6वीं कक्षा से पाठ्यक्रम में व्यावसायिक शिक्षा को शामिल किया गया है। इस नीति के पालन में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य बनेगा।
इसके लिए प्रत्येक जिले से स्थानीय स्तर पर ही ट्रेनर का चयन कर उसे प्रशिक्षित किया जाएगा। यह ट्रेनर छात्रों और युवाओं को प्रशिक्षित करेंगे। उक्त प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र हैंडीक्राफ्ट एंड कार्पेट सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा दिया जाएगा जिसकी वैश्विक स्तर पर मान्यता रहेगी।