मध्यप्रदेश यानी जिले की सीमा के बाद से लेकर उत्तर प्रदेश के शक्तिनगर चौराहे तक की सड़क की बात कर रहे है। सिंगरौली जिला प्रशासन ने जिले की सीमा तक यानी बलिया नाला तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना बनाई है। उधर उत्तर प्रदेश सरकार शक्तिनगर बस स्टैंड तक फोरलेन सड़क बना रहा है। इन दोनों के बीच करीब 4 किलोमीटर तक की सड़क अधर में लटक गई है।
जिले की सीमा बलिया नाला से लेकर शक्तिनगर चौराहे तक की खस्ताहाल सड़क को फोरलेन बनाने की किसी ने रुचि नहीं दिखाई है। हालांकि सड़क का यह हिस्सा उत्तर प्रदेश की सीमा में आता है, लेकिन सड़क का प्रयोग सिंगरौली के लोग ज्यादा करते हैं। ऐसे में जरूरत भी सिंगरौली वासियों को अधिक महसूस हो रही है। फिलहाल अब इस सड़क के कायाकल्प की उम्मीद जगी है।
सोनभद्र के राज्य सभा सांसद रामशकल ने एनसीएल के सीएमडी पीके सिन्हा को पत्र लिखकर फोरलेन सड़क का निर्माण कराने को कहा है। पत्र के जरिए उन्होंने कहा है कि सोनभद्र पीडब्ल्यूडी द्वारा शक्तिनगर से औड़ी मोड़ तक सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। यह सड़क मार्ग एनसीएल की खडिय़ा, बीना, कृष्णशिला व ककरी कोयला खदानों की कॉलोनियों व कार्यालयों को जोड़ता हुआ गुजरता है।
दूसरी ओर शक्तिनगर बस स्टैंड से मध्यप्रदेश बॉर्डर (बलिया नाला) तक सड़क अधर हैं। कहा है कि इस सड़क का पूर्व में निर्माण एनसीएल द्वावरा ही कराया गया था। इसलिए सामाजिक सरोकार से जुड़ी जिम्मेदारी तहत एनसीएल की इस सड़क का पुर्निर्माण फोरलेन के रूप में कराए तो बेहतर होगा। इससे बलिया नाला तक और इसके बाद भी फोरलेन सड़क की सुविधा मुहैया हो जाएगी।