नवोदय विद्यालय की बिल्डिंग का निर्माण अधर में लटकने के बाद एक ओर जहां छात्र-छात्राओं की तमाम समस्याओं की समाधान जल्द संभव नजर नहीं आ रहा है। वहीं दूसरी ओर विद्यालय की मान्यता पर भी संकट घिरता नजर आ रहा है। दरअसल बिना भवन विद्यालय को सीबीएसइ से मान्यता मिलना मुमकिन नहीं है। अगले शैक्षणिक सत्र में विद्यालय की ओर से मान्यता के लिए आवेदन करना होगा।
गौरतलब है कि जिले के माड़ा तहसील के रंपा गांव में नवोदय विद्यालय के लिए भूमि आवंटित है। बिल्डिंग निर्माण के लिए तय एजेंसी भी कार्य करने को तैयार है, लेकिन जमीन में कब्जा होने के चलते एजेंसी निर्माण कार्य शुरू नहीं कर रही है। नए शैक्षणिक सत्र में कक्षा छठवीं में ४० छात्रों की संख्या बढ़ गई।
विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या डेढ़ सौ के करीब पहुंच गई है। सभी कक्षाओं का संचालन शुरू हुआ तो उधार की बिल्डिंग में उपलब्ध कराए गए स्थान में इतने छात्र-छात्राओं को आवासीय सुविधा देना और कक्षा संचालन मुमकिन नहीं हो सकेगा। विद्यालय प्रबंधन इस बात को लेकर परेशान है। विद्यालय के लिए रंपा में ८.१ हेक्टयर भूमि आवंटित है। वहां विद्यालय भवन निर्माण के लिए १९ करोड़ का बजट आवंटित किया गया है।
भवन निर्माण का ठेका एचएससीएल को दिया गया है। निर्माण एजेंसी को प्रशासनिक भवन के साथ १४ कक्षाओं वाला भवन बनाना होगा। इनमें प्राचार्य, उप प्राचार्य, कार्यालय हाल, स्टॉफ रूम, पुस्तकालय हाल व ५ प्रयोगशाला हाल के अलावा एक बालक व एक बालिका छात्रावास बनाना होगा। बालक छात्रावास १९० सीट का और बालिका छात्रावास ९८ सीट का होगा।
वर्जन –
विद्यालय के लिए चिह्नित जमीन में मकान को हटाने के लिए कुछ जांच की जा रही है। मकान मालिक जमीन का पट्टा होने की बात कर रहे हैं। जबकि राजस्व अमला अतिक्रमण होने की रिपोर्ट दे रहा है। जांच के लिए जल्द ही सही तथ्य सामने आ जाएगा।
– एसपी मिश्रा, एसडीएम माड़ा।
विद्यालय के लिए चिह्नित जमीन में मकान को हटाने के लिए कुछ जांच की जा रही है। मकान मालिक जमीन का पट्टा होने की बात कर रहे हैं। जबकि राजस्व अमला अतिक्रमण होने की रिपोर्ट दे रहा है। जांच के लिए जल्द ही सही तथ्य सामने आ जाएगा।
– एसपी मिश्रा, एसडीएम माड़ा।
वर्जन –
विद्यालय के चिह्नित जमीन में स्थिति मकान के मालिक ने जिला न्यायालय की शरण ली है। न्यायालय पहुंचे मामले में कलेक्टर के साथ मुझे भी पार्टी बनाया गया है।
– आरके कश्तवार, प्राचार्य नवोदय विद्यालय सिंगरौली।
विद्यालय के चिह्नित जमीन में स्थिति मकान के मालिक ने जिला न्यायालय की शरण ली है। न्यायालय पहुंचे मामले में कलेक्टर के साथ मुझे भी पार्टी बनाया गया है।
– आरके कश्तवार, प्राचार्य नवोदय विद्यालय सिंगरौली।