पुलिस महकमें में खलबली मच गई। आनन – फानन में तीन गाड़ी पुलिस तैयार कर मौके के लिए भेजी गई। पुलिस अधीक्षक विनीत जैन बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचे। गांव पहुंच पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की है। पर्चा बरामद कर लिया गया है। बड़ी संख्या में पुलिस के जवान शिवपहरी चौकी में डेरा डाले हुए हैं।
पुलिस को इस बात का संदेह है कि कोई शरारती तत्व इस प्रकार की करतूत कर दहशत फैलाने का प्रयास किया है। पुलिस इसी दिशा में जांच भी कर रही है। पुलिस अधीक्षक विनीत जैन ने स्पष्ट किया कि 2011 के बाद से जिले में नक्सलियों की कोई गतिविधि नहीं है। जो पर्ची मिली है उससे भी यह स्पष्ट हो रहा है कि यह नक्सलियों की पर्ची नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी तक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि किसी शरारती तत्व ने यह हरकत की है।
आठ वर्षों में कोई सक्रियता नहीं
सिंगरौली जिले का माड़ा क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ है। बैढऩ जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी. दूर स्थित यह क्षेत्र नक्सली गतिविधियों के मामले में संवेदेनशील माना जाता रहा है। लेकिन पिछले आठ वर्षों के दौरान ऐसी कोई गतिविधि पुलिस या फिर किसी भी सुरक्षा एजेंसी को नहीं मिली। जिसकी वजह से यह माना जाता रहा कि अब यहां नक्सलियों का पूरी तरह से सफाया हो चुका है। लेकिन बुधवार को अचानक मिले पर्चे ने सभी को सकते में डाल दिया है।
केवल एक पर्ची
मकरोहर ग्राम पंचायत में पूरे गांव में केवल एक जगह ही यह पर्ची मिली है। पर्ची बरामद कर पुलिस यह जांच कर रही है, नक्सली क्षेत्रों में मिलने वाली पर्ची में समानता है या नहीं। पर्ची में कितनी भिन्नता है। जिससे यह स्पष्ट हो सके की यह नक्सलियों की करतूत है या फिर शरारती तत्वों की।
गांव के सरपंच ने भी नक्सलियों से किसी भी प्रकार की धमकी से इंकार किया है। क्रेशर मालिकों को भी सीधी धमकी नहीं मिली है। ऐसे में पर्ची लिखकर दहशत फैलाने की पीछे की वजह क्या है इसमें किसका हाथ है पुलिस इसकी जांच कर रही है।
क्रेशरों को विस्फोट से उड़ाने की धमकी
माड़ा क्षेत्र के आस – पास कई क्रेशर मशीने लगी हुई हैं। पर्चे में इन्हीं क्रेशरों को उड़ाने की धमकी दी गई है। पर्च में धमकी दी गई है कि इस क्षेत्र में जितनी भी क्रेशर हैं उन लोगों को सूचना दिया जाता है कि हम लोगों के आदेश का पालन करें। पर्चे में ९ क्रेशरों के नाम भी लिखा है। साथ ही यह भी धमकी दी गई है कि यदि आदेश का पालन नहीं किया तो क्रेशरों में विस्फोट किया जाएगा।
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मकरोहर चौराहे पर मेरी दुकान है। जब मै सुबह करीब ६ बजे दुकान पर गया तो देखा की दीवार पर एक पर्चा लगा हुआ है। जिसमें नक्सलवादी जिंदावाद लिखा हुआ है। कई क्रेशर के नाम लिखे हुए हैं। क्रेशरोंं को उड़ाने की धमकी दी गई है। जिसके बाद मैने पुलिस को सूचना दी। करीब आधा घंटे बाद तीन गाड़ी पुलिस गांव में पहुंची। घंटे भर गांव में रही। इसके बाद पर्ची लेकर चले गए। पुलिस हमारा पूरा सहयोग कर रही है। हम डरे नहीं हैं।
अशोक दुबे, स्थानीय निवासी (जिसकी दुकान में धमकी की पर्ची मिली है)
एसपी ने कहा, शरारत
टीम के साथ हमने घटना स्थल का निरीक्षण करके पर्ची को देखा है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह हरकत शरारती तत्वों की है। 2011 के बाद से यहां कोई नक्सली गतिविधि नहीं हुई है। स्थानीय लोगों से चर्चा के बाद भी ऐसा ही प्रतीत हो रहा है। हमारी टीम क्रेशर मालिकों से भी बात कर रही है। वहां से भी किसी प्रकार की सीधी धमकी की सूचना नहीं है। फिलहाल यह प्रतीत होता है कि यह किसी शरारती तत्व की करतूत है। फिर भी हमारी टीम पूरी संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है।
विनीत जैन, एसपी सिंगरौली