सीआइएल को मिली इस सफलता के पीछे सिंगरौली की कोयला कंपनी एनसीएल का बड़ा योगदान है। कोयला आपूर्ति में बढ़ोतरी के मामले में एनसीएल ने सीआइएल की सभी आठ कंपनियों के बीच दूसरा स्थान बनाया है। आपूर्ति में सबसे अधिक बढ़ोतरी एमसीएल द्वारा किया गया है।
सीआइएल की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक एनसीएल ने पिछले वर्ष की तुलना में अब की बार आपूर्ति में 19.7 फीसदी की बढ़ोतरी की है। ग्राहक कंपनियों को एनसीएल ने 45.9 मिलियन टन कोयला आपूर्ति किया है। जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में पहली तिमाही में 38.4 मिलियन टन कोयला आपूर्ति किया था।
कुल आपूर्ति में तीसरा स्थान
कोयला आपूर्ति में बढ़ोतरी के अलावा कुल आपूर्ति की बात की जाए तो एनसीएल तीसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर 64.3 मिलियन टन कोयला आपूर्ति कर एमसीएल पहले स्थान पर तो 51.2 मिलियन टन कोयला आपूर्ति कर एसइसीएल दूसरे स्थान पर है। एनसीएल 45.9 मिलियन टन कोयला आपूर्ति कर तीसरे स्थान पर है। गौरतलब है कि आपूर्ति प्रतिशत में बढ़ोतरी में एनसीएल को दूसरा स्थान मिला है।
एमसीएल से आगे नहीं निकल पा रही एनसीएल
वैसे तो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में एनसीएल ने आपूर्ति व उत्पादन में बेहतर कार्य किया है, लेकिन एमसीएल से आगे नहीं निकल पा रही है। कोयला आपूर्ति में बढ़ोतरी के मामले में एमसीएल ने पहला स्थान प्राप्त किया है। एमसीएल ने पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 20.8 फीसदी की बढ़ोतरी की है। जबकि एनसीएल का बढ़ोतरी प्रतिशत 19.7 है। एमसीएल ने इस बार ग्राहक कंपनियों को 64.3 मिलियन टन कोयला भेजा है। पिछले वर्ष इस समयांतराल में यह आंकड़ा 53.2 फीसदी था।