कंपनियों अधिकारियों के मुताबिक एक ओर जहां अभी उनके ग्राहक विद्युत उत्पादक कंपनियों के पास पर्याप्त मात्रा में कोयला का भंडारण उपलब्ध है। वहीं दूसरी ओर कंपनियों को कोयले की आपूर्ति भी पूर्ववत जारी है। एेसे में विद्युत संकट की संभावना नहीं के बराबर समझ में आ रही है। बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कार्यालय स्टॉफ को घर से कार्य करने का निर्देश दिया गया है।
जबकि उत्पादन व प्रेषण से जुड़े कर्मियों को कम संख्या में शिफ्टवाइज बुलाया जा रहा है। इस तरह कम कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ एनसीएल कोयले का उत्पादन और प्रेक्षण पूर्व की भांति जारी रखे हुए है। एनसीएल अधिकारी इस बात को लेकर पूरे संजीदा हैं कि उनके कोयला ग्राहकों के पास कोयले की कमी नहीं होने पाए। इसी के मद्देनजर अधिकारियों ने उनके कोयला स्टॉक की जानकारी भी प्राप्त की है।
हर रोज औसतन तीन लाख टन उत्पादन
एनसीएल अधिकारियों के मुताबिक उनकी कुल परियोजनाओं को मिलाकर पूर्व की भांति वर्तमान में भी औसतन तीन लाख टन कोयले का उत्पादन हर रोज किया जा रहा है। करीब इतने ही कोयले का प्रेषण भी हो रहा है। पूर्व में भी कोयले के उत्पादन व प्रेषण की मात्रा इतना ही रही है। अधिकारियों का दावा है कि स्थिति बहुत अधिक खराब नहीं हुई तो उत्पादन व प्रेषण की यह मात्रा बनी रहेगी।
एनसीएल अधिकारियों के मुताबिक उनकी कुल परियोजनाओं को मिलाकर पूर्व की भांति वर्तमान में भी औसतन तीन लाख टन कोयले का उत्पादन हर रोज किया जा रहा है। करीब इतने ही कोयले का प्रेषण भी हो रहा है। पूर्व में भी कोयले के उत्पादन व प्रेषण की मात्रा इतना ही रही है। अधिकारियों का दावा है कि स्थिति बहुत अधिक खराब नहीं हुई तो उत्पादन व प्रेषण की यह मात्रा बनी रहेगी।
अनपरा प्लांट के पास 28 दिन का कोल भंडारित
एनसीएल अधिकारियों के मुताबिक उनके विद्युत उत्पादक ग्राहकों में से अनपरा स्थित उप्र. राज्य विद्युत उत्पादन इकाई के पास सबसे अधिक 28 दिनों तक विद्युत उत्पादन जारी रखने के मद्देनजर अतिरिक्त कोयला भंडारित है। इसी प्रकार वर्तमान में एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना के पास 20 दिनों तक विद्युत उत्पादन जारी रखने के मद्देनजर अतिरिक्त कोयला उपलब्ध है। एनटीपीसी सिंगरौली के पास 16 दिन और एनटीपीसी रिहंद के पास सात दिनों के लिए कोयले का अतिरिक्त भंडारण है। इस तरह से दावा है कि इस विषय स्थिति में बिजली की कोई कमी नहीं होने वाली है।
एनसीएल अधिकारियों के मुताबिक उनके विद्युत उत्पादक ग्राहकों में से अनपरा स्थित उप्र. राज्य विद्युत उत्पादन इकाई के पास सबसे अधिक 28 दिनों तक विद्युत उत्पादन जारी रखने के मद्देनजर अतिरिक्त कोयला भंडारित है। इसी प्रकार वर्तमान में एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना के पास 20 दिनों तक विद्युत उत्पादन जारी रखने के मद्देनजर अतिरिक्त कोयला उपलब्ध है। एनटीपीसी सिंगरौली के पास 16 दिन और एनटीपीसी रिहंद के पास सात दिनों के लिए कोयले का अतिरिक्त भंडारण है। इस तरह से दावा है कि इस विषय स्थिति में बिजली की कोई कमी नहीं होने वाली है।
लक्ष्य पूरा करने की स्थिति में है एनसीएल
वित्तीय वर्ष 2019-2020 के मद्देनजर एनसीएल को 106.25 मिलियन टन का लक्ष्य दिया गया है। लक्ष्य के अनुरूप कोयला कंपनी ने कल सोमवार तक 104 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लिया है। अधिकारियों के मुताबिक दो से तीन दिनों में कंपनी निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर लेगी। इसके आगे भी कोयले का उत्पादन पूर्व और वर्तमान की तरह जारी रखा जाएगा।
वित्तीय वर्ष 2019-2020 के मद्देनजर एनसीएल को 106.25 मिलियन टन का लक्ष्य दिया गया है। लक्ष्य के अनुरूप कोयला कंपनी ने कल सोमवार तक 104 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लिया है। अधिकारियों के मुताबिक दो से तीन दिनों में कंपनी निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर लेगी। इसके आगे भी कोयले का उत्पादन पूर्व और वर्तमान की तरह जारी रखा जाएगा।
वर्जन-
बरती जा रही है पूरी सावधानी
एनसीएल के जनसंपर्क अधिकारी राम विजय ने बताया कि बिजली अत्यावश्यक सेवाओं में आता है और विद्युत उत्पादन के लिए कोयला जरूरी है। इसलिए कोयला उत्पादन भी अत्यावश्यक सेवा है। कहा कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए उत्पादन व प्रेषण को बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। वायरस को लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है। यही वजह है कि अभी तक कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं हुआ है।
बरती जा रही है पूरी सावधानी
एनसीएल के जनसंपर्क अधिकारी राम विजय ने बताया कि बिजली अत्यावश्यक सेवाओं में आता है और विद्युत उत्पादन के लिए कोयला जरूरी है। इसलिए कोयला उत्पादन भी अत्यावश्यक सेवा है। कहा कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए उत्पादन व प्रेषण को बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। वायरस को लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है। यही वजह है कि अभी तक कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं हुआ है।