वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित एक समारोह में कोल इंडिया लिमिटेड के निदेशक तकनीकी विनय दयाल, एनटीपीसी के निदेशक संचालन रमेश बाबू, एनसीएल के निदेशक तकनीकी संचालन डॉ. अनिद्य सिन्हा, निदेशक तकनीकी परियोजना एवं योजना एसएस सिन्हा, एनयूपीएल के चेयरमैन एमके सिंह सहित कोल इंडिया लिमिटेड, एनटीपीसी, सीएनयूपीएल व एनसीएल के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
एनसीएल की ओर से महाप्रबंधक इएंडएम एसके वर्मा व सीएनयूपीएल की ओर से सीइओ बीके पंडा ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया। समझौता के बाद निदेशक तकनीकी कोल इंडिया लिमिटेड विनय दयाल ने सीएमडी एनसीएल प्रभात कुमार सिन्हा व उनकी टीम को बधाई दी। साथ ही उम्मीद जताई कि यह प्रोजेक्ट समय से पहले ही पूरा होगा। साथ ही इस प्रोजेक्ट को कोल इंडिया के सौर ऊर्जा के क्षेत्र में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होने के चलते इसे एक ऐतिहासिक क्षण भी करार दिया।
एनटीपीसी के निदेशक संचालन रमेश बाबू ने इस सौर परियोजना पर कार्य कर रही पूरी टीम को शुभकामना दी। एनसीएल के निदेशक तकनीकी संचालन डॉ. अनिंद्य सिन्हा ने एनसीएल की नेट जीरो एनर्जी कंपनी बनने की प्रतिबद्धता को दोहराया व कहा इस सौर ऊर्जा प्लांट से क्षेत्र के कार्बन फुट प्रिंट में कमी आएगी। साथ ही उन्होंने विश्वास दिलाया कि यह परियोजना अपनी आकांक्षाओं पर खरा उतरेगी।
आवासीय परिसर में लगा है सौर ऊर्जा पैनल
एनसीएल ने पहले से ही कार्यालयों और आवासीय परिसरों में बड़े भवनों की छतों पर 3.37 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा सिस्टम पर काम शुरू कर दिया है। अगला लक्ष्य में लगभग 280 मेगावाट का योगदान देने का है।
एनसीएल ने पहले से ही कार्यालयों और आवासीय परिसरों में बड़े भवनों की छतों पर 3.37 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा सिस्टम पर काम शुरू कर दिया है। अगला लक्ष्य में लगभग 280 मेगावाट का योगदान देने का है।