अधिकारियों के मुताबिक कैदियों की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे क्या किया जाए, यह तय हो सकेगा। वैसे तो कैदियों के कोरोना टेस्ट के लिए करीब ३०० किट विशेष रूप से आ चुकी है, लेकिन अभी जेल प्रबंधन सैंपलिंग कराने को तैयार नहीं है।
जबकि कैदियों की शिफ्टिंग के लिए मुख्य शर्त यह है कि प्रत्येक कैदी के पास कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए। इसके बावजूद जेल प्रबंधन कैदियों का जांच कराने को तैयार नहीं है। न ही उनकी ओर से किसी से कोई गुजारिश ही की गई है।
इधर, यह माना जा रहा है कि 80 कैदियों में से 50 की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई तो जेल के लगभग सभी कैदियों की जांच कराई जाएगी। इसके लिए जेल प्रबंधन भी ना नहीं कर सकेगा। क्योंकि एक संक्रमित मरीज मिलने पर कांटैक्ट में आए 10 लोगों का टेस्ट कराया जाता है।