कलेक्ट्रेट सभागार में शिकायतों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि शिकायत व आवेदन पत्रों का निराकरण कर जानकारी पोर्टल में दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों द्वारा उनके समस्याओं के निराकरण के लिए आवेदन मुख्यमंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री सहित अन्य जन प्रतिनिधियों को दिया गया है। सभी आवेदन पत्रों की गंभीरता के साथ जांच कर कार्यवाही की जाए। साथ ही सीएम हेल्पलाइन व जनसुनवाई की शिकायतों का भी समय-सीमा के भीतर निराकरण किया जाए।
कलेक्टर ने कहा कि सभी उपखंडों में अभियान चलाकर खसरा बी-1 का वाचन किया गया है। इस दौरान जो भी फौती, वारिसाना, नामांतरण सहित राजस्व अभिलेखों में शुद्धिकरण के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं, उन्हें राजस्व अभिलेखों में दर्ज किया करें। उन्होंने कहा कि एक नवम्बर से 15 नवंबर तक भू अभिलेखों के शुद्धिकरण का पखवाड़ा चलाया जाएगा। इसके लिए राजस्व से संबंधित सभी कार्यवाही पूर्ण कर ली जाए।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने धान मिलिंग के प्रगति व धान उपार्जन के लिए किसानों का किए जा रहे पंजीयन के संबंध में जानकारी लेने के बाद कहा कि समितियों में पंजीयन का भौतिक सत्यापन कराएं। किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने इसके अलावा अन्य कई निर्देश दिया। बैठक में सभी विभागों के प्रमुख व उपखंड अधिकारी उपस्थित रहे।
धान मिल को किया जाए सील
कलेक्टर ने धान मिलिंग की प्रगति संतोष जनक न होने पर नाराजी व्यक्त की। कहा कि एक सप्ताह पूर्व तीन राइस मिल को सील करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अभी तक सील करने की कार्रवाई नहीं की गई। कलेक्टर ने इस पर खेद व्यक्त किया। कहा कि समय पर कार्यवाही पूर्ण नहीं करने पर संबंधित विभाग के अधिकारी का वेतन काटा जाए। साथ ही मिल को सील किया जाए।
कलेक्टर ने यह निर्देश भी दिया
– कोविड वैक्सीन की 90 हजार डोज उपलब्ध है, सभी टीका लगवाएं।
– कोरोना टीका का दूसरा डोज लगाने के लिए अभियान चलाया जाए।
– रोजगार देने के लिए 23 अक्टूबर को रोजगार मेला आयोजित किया जाए।
– पेंशनरों के प्रकरणों की समीक्षा कर शत-प्रतिशत निराकरण किया जाए।
– कुपोषित बच्चों की जानकारी लेने के बाद उनका निराकरण किया जाए।
– कोविड वैक्सीन की 90 हजार डोज उपलब्ध है, सभी टीका लगवाएं।
– कोरोना टीका का दूसरा डोज लगाने के लिए अभियान चलाया जाए।
– रोजगार देने के लिए 23 अक्टूबर को रोजगार मेला आयोजित किया जाए।
– पेंशनरों के प्रकरणों की समीक्षा कर शत-प्रतिशत निराकरण किया जाए।
– कुपोषित बच्चों की जानकारी लेने के बाद उनका निराकरण किया जाए।