आयोग से शिकायत करने वाली महिला अभिभावक नीरजा द्विवेदी के मुताबिक स्कूल परिसर में निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें चलाई जा रही है व प्रावधानों के अनुरूप परिसर में बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।
उनकी ओर से इस तरह की अन्य अव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाया गया। इसका नतीजा यह रहा है कि पहले उनके पति को स्कूल की सेवा से पृथक किया गया और अब स्कूल में पढ़ रहे उनके दो बच्चों को प्रताडि़त किया जा रहा है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि मजबूर होकर उन्होंने यह शिकायत आयोग से की है। शिकायत में कहा है कि स्कूल में पढ़ रहे उनके बेटे पर जानलेवा हमला किया गया। जिससे उसकी नाक में गंभीर चोट आई। गंभीर रूप से घायल होने की स्थिति में उसके उपचार में भी लापरवाही बरती गई। हमले का कारण स्कूल प्रबंधन स्पष्ट नहीं कर सका है।
स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य पर शिकायतकर्ता ने बेटे व बेटी को स्कूल की फीस जमा करने के लिए भी प्रताडि़त किए जाने का आरोप लगाया है। बताया कि स्कूल में स्टॉफ को उनके बच्चों की फीस से मुक्त रखा जाता है। उनके पति राघवेंद्र द्विवेदी को मार्च में बिना किसी कारण के ईमेल भेजकर सेवा से पृथक किया गया। इन मामले को लेकर अब उनके स्कूल का स्टॉफ न होने का हवाला देकर फीस मांगी जा रही है। जबकि सेवा से पृथक किए जाने का मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
डीइओ की कमेटी कर रही है मामले की जांच
कलेक्टर केवीएस चौधरी ने बताया कि आयोग की ओर से उन्हें निर्देश प्राप्त हुए हैं। निर्देश प्राप्त होने के तत्काल बाद जिला शिक्षा अधिकारी बृजेश मिश्रा के निर्देशन में एक कमेटी गठित कर शिकायत की जांच कराई जा रही है। जल्द ही जांच रिपोर्ट प्राप्त होगी। उसके बाद आयोग को रिपोर्ट भेजने के साथ ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पति नहीं करते थे स्कूल के निर्देशों का पालन
स्कूल के प्राचार्य जनार्दन पाण्डेय का कहना है कि शिकायत कर्ता के पति स्कूल में सेवाकाल के दौरान जारी निर्देशों का पालन नहीं किया करते थे। इस कारण से प्रबंधन समिति ने उन्हें पृथक करने का निर्णय लिया। शिकायतकर्ता के पति को स्कूल से पृथक किए जाने के बाद से ही उनकी ओर से शिकायतों का सिलसिला शुरू हुआ है।
कलेक्टर केवीएस चौधरी ने बताया कि आयोग की ओर से उन्हें निर्देश प्राप्त हुए हैं। निर्देश प्राप्त होने के तत्काल बाद जिला शिक्षा अधिकारी बृजेश मिश्रा के निर्देशन में एक कमेटी गठित कर शिकायत की जांच कराई जा रही है। जल्द ही जांच रिपोर्ट प्राप्त होगी। उसके बाद आयोग को रिपोर्ट भेजने के साथ ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पति नहीं करते थे स्कूल के निर्देशों का पालन
स्कूल के प्राचार्य जनार्दन पाण्डेय का कहना है कि शिकायत कर्ता के पति स्कूल में सेवाकाल के दौरान जारी निर्देशों का पालन नहीं किया करते थे। इस कारण से प्रबंधन समिति ने उन्हें पृथक करने का निर्णय लिया। शिकायतकर्ता के पति को स्कूल से पृथक किए जाने के बाद से ही उनकी ओर से शिकायतों का सिलसिला शुरू हुआ है।