पुलिस से जानकारी के मुताबिक रविवार को बसौड़ा निवासी मनीराम कुशवाहा के घर की देवसर से बारात आई थी। सोमवार की सुबह बारात वापसी के दौरान पिकअप वाहन बरगवां थाना क्षेत्र के गिधेर के पास मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गया। जहां बसौड़ा निवासी सुनील कुमार कुशवाहा (16 ) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं विजय कुमार (35) पिता देवनारायण, नीलू, चंद्रकेश, महेंद्र, सतीश, पुष्पेंद्र, अमृतलाल, शैलेंद्र, राहुल, अरूण, भैयालाल, शिवकृपाल सहित दो दर्जन बाराती घायल हो गए। पुलिस ने सभी घायलों को एंबुलेंस से उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र बरगवां भेज दिया। जहां गंभीर रूप से घायलों को डाक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर किया। घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
बताया गया है कि जब बारातियों से भरा पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलटा। उस समय मौके पर चीख पुकार शुरू हो गई। बरातियों में कोहराम मच गया। घटना स्थल का मंजर देख एक पल के लिए तो स्थानीय लोग भी सहम गए। कई लोगों ने मिलकर बारातियों को वाहन से बाहर निकाला। साथ ही घटना की सूचना बरगवां पुलिस को दी गई।
घायलों से मिलने पहुंचे विधायक
दर्दनाक हादसे के बाद सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य व पूर्व जिलाध्यक्ष रामनिवास शाह घायलों से मिलने पहुंचे। जहां घायलों के इलाज में लापरवाही नहीं करने का निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिया। साथ में डीपीएम सुधांशु मिश्रा भी मौजूद रहे। बारी-बारी से एक-एक कर मरीजों से मुलाकात करते हुए विधायक ने उन्हें आश्वस्त किया कि उपचार में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।
दर्दनाक हादसे के बाद सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य व पूर्व जिलाध्यक्ष रामनिवास शाह घायलों से मिलने पहुंचे। जहां घायलों के इलाज में लापरवाही नहीं करने का निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिया। साथ में डीपीएम सुधांशु मिश्रा भी मौजूद रहे। बारी-बारी से एक-एक कर मरीजों से मुलाकात करते हुए विधायक ने उन्हें आश्वस्त किया कि उपचार में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।
फर्श पर लेटाकर घायलों का इलाज
जिला अस्पताल में एक बार फिर सारी व्यवस्थाएं फेल नजर आईं। आलम यह रहा कि दुर्घटना में घायल दो दर्जन से अधिक लोग जब अस्पताल पहुंचे तो वहां उनका इलाज जमीन पर ही लिटा कर किया गया।घायलों की अधिक संख्या को देखकर अस्पताल प्रबंधन परेशान हो गया। घायलों का ड्रेसिंग करने के बाद वार्ड में बेड नहीं होने के चलते फर्श पर ही लिटा कर उनका इलाज शुरू कर दिया गया।
जिला अस्पताल में एक बार फिर सारी व्यवस्थाएं फेल नजर आईं। आलम यह रहा कि दुर्घटना में घायल दो दर्जन से अधिक लोग जब अस्पताल पहुंचे तो वहां उनका इलाज जमीन पर ही लिटा कर किया गया।घायलों की अधिक संख्या को देखकर अस्पताल प्रबंधन परेशान हो गया। घायलों का ड्रेसिंग करने के बाद वार्ड में बेड नहीं होने के चलते फर्श पर ही लिटा कर उनका इलाज शुरू कर दिया गया।
गिधेर में मोड़ के पास हो चुकी है दुर्घटना
गिधेर मार्ग में स्थित इस मोड़ पर पहले भी वाहन पलटने की घटना हो चुकी है। यह एक ऐसा मोड़ तेज रफ्तार वाहनों के पलटने की घटना अक्सर ही हो जाती है। कुछ दिन पहले ही घरातियों से भरी बस अनियंत्रित होकर पलट गई थी।घटना में एक मासूम की मौत हो गई थी। जबकि दो दर्जन से अधिक घायल हुए थे। एक बार फिर बारातियों से भरा पिकअप वाहन पलट गया है।
गिधेर मार्ग में स्थित इस मोड़ पर पहले भी वाहन पलटने की घटना हो चुकी है। यह एक ऐसा मोड़ तेज रफ्तार वाहनों के पलटने की घटना अक्सर ही हो जाती है। कुछ दिन पहले ही घरातियों से भरी बस अनियंत्रित होकर पलट गई थी।घटना में एक मासूम की मौत हो गई थी। जबकि दो दर्जन से अधिक घायल हुए थे। एक बार फिर बारातियों से भरा पिकअप वाहन पलट गया है।