scriptस्कूल ऐसा, जहां खेल-खेल में बच्चे कर लेते हैं पूरी पढ़ाई, तरीका देख दंग रह गई राजधानी की टीम | Plan of Teacher Govt School Birchhi of Singrauli Best in whole State | Patrika News

स्कूल ऐसा, जहां खेल-खेल में बच्चे कर लेते हैं पूरी पढ़ाई, तरीका देख दंग रह गई राजधानी की टीम

locationसिंगरौलीPublished: Jul 26, 2019 01:48:02 pm

Submitted by:

Ajeet shukla

कक्षा में होता है ‘बच्चों आओ करके सीखे’ का अनुसरण….

Plan of Teacher Govt School Birchhi of Singrauli Best in whole State

Plan of Teacher Govt School Birchhi of Singrauli Best in whole State

सिंगरौली. पढ़ाई को बोझ नहीं बल्कि मनोरंजक बनाएं। ताकि बच्चे उसमें रुचि लें और आसानी से सब कुछ सीखें। आमतौर पर विशेषज्ञों की इस नसीहत के मामले में मास्टर साहब एक कान से सुनने और दूसरे से कान बाहर निकाल देने वाली कहावत का अनुसरण करते हैं, लेकिन जिले के देवसर विकासखंड में एक स्कूल ऐसा ही है, जहां बच्चे वाकई में सब कुछ प्रायोगिक रूप में करके सीखते हैं। बात देवसर विकासखंड में बिरछी गांव में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला की कर रहे हैं।
विकासखंड के एकदम सुदूर क्षेत्र में स्थित प्राथमिक शाला में न ही मोबाइल फोन काम करता है और न ही अभी तक यहां बिजली ही पहुंची है। इसके बावजूद इन सब कमियों को दरकिनार करते हुए वहां के शिक्षक महेंद्र प्रसाद द्विवेदी ने ऐसा टीएलएम (टीचिंग-लर्निंग मैनेजमेंट) प्लान तैयार किया है, जिसे देखकर एनसीइआरटी रीजनल कार्यालय भोपाल से आई टीम भी दंग रह गई।
सदस्य बोले, ऐसा टीएलएम तो उन्होंने अब तक नहीं देखा। शाला के इकलौते शिक्षक ने ऐसे-ऐसे मॉडल तैयार किए हैं, जिससे बच्चे सब कुछ खेल-खेल में सीख लेते हैं। बच्चों को पढ़ाई बोझ नहीं बल्कि खेल सरीके लगता है। ब्लॉक एकेडमिक क्वार्डिनेटर प्रमोद कुमार तिवारी बताते हैं कि शिक्षक महेंद्र हर उस टॉपिक पर एक मॉडल तैयार कर लेते हैं, जो टॉपिक बच्चों को कठिन लगता है या जिसे सीखने में उन्हें देर लगती है।
बाल कैबिनेट का हर सदस्य है सक्रिय
आमतौर पर जहां हर शाला में बाल कैबिनेट नाम मात्र के लिए गठित है।वहीं दूसरी ओर बिरछी शाला में कैबिनेट पदाधिकारी के रूप में चयनित हर छात्र सक्रिय है। एनसीइआरटी टीम के सदस्यों ने जब पदाधिकारी बच्चों से बात की तो उन्होंने न केवल अपने पद के बारे में बताया। बल्कि उनकी क्या जिम्मेदारी है, यह भी जानकारी दी।बच्चों को आत्मविश्वास देकर सदस्य हतप्रभ रह गए। गौरतलब है कि एनसीइआरटी की टीम यहां स्कूलों में अकादमिक भ्रमण के लिए आई है।टीम को डॉ. मुरलीधर लीड कर रहे हैं।
बच्चों को सीखने के लिए बनाए गए ये मॉडल
भविष्य वक्ता:- सप्ताह के नाम सीखने का मॉडल
योग मशीन:-योग क्रिया सीखने का गैजेट
अक्षर पहचान टीवी:- वर्णमाला सीखने का गैजेट
मात्रा की खिडक़ी:- हिन्दी के मात्रा को पहचानना
शब्द पहचान टीवी:-कठिन शब्दों की पहचान
वीकली ट्रेन:-सप्ताह के दिनों की पहचान होती
मैजिक घड़ी:- टाइम की पहचान के लिए मॉडल
फैक्ट फाइल:-
01 -नियमित शिक्षक
01 – अतिथि शिक्षक
28 -छात्र-छात्राएं

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो