पीड़ित परिवार को अब पुलिस पर भरोसा नहीं रह गया है। यही वजह है कि वह सरई लौटने को तैयार नहीं है। साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दूसरे थाने की टीम गठित करने की मांग किया है। आरोपी धर्मेंद्र गुप्ता की गिरफ्तारी पुलिस ने बीते 19 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन वारदात में शामिल दूसरा आरोपी भाजपा नेता कोमत गुप्ता को गिरफ्तार करने में पुलिस बहानेबाजी कर रही है। आरोप है कि अपहरण व दुष्कर्म का आरोपी भाजपा नेता कोमल गुप्ता को पुलिस के आला अधिकारियों का पूरा संरक्षण मिला है। ऐसे अपराधियों को जब पुलिस अधिकारियों का सहयोग मिलने लगा तो थाने की पुलिस गिरफ्तारी कैसे कर सकती है यह चिंता की बात है।
एक ओर जहां पीड़ित परिवार अपने सुरक्षा के लिए न्याय की गुहार पुलिस अधिकारियों से लगा रहा है। वहीं इन अफसरों की ओर से आरोपी को संरक्षण दिया जा रहा है। आखिर ऐसा क्या है कि पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। छोटी कार्रवाई कर वाहवाही लूटने और खुद को हाइटेक बताने वाली पुलिस अपहरण व दुष्कर्म के आरोपी का सुराग नहीं मिलने की बात कर रही है। इधर, पीड़ित परिवार को हर रोज आरोपी धमकी दे रहा है। गंभीर अपराध में फंसाने व जान से मारने की धमकी पीड़ित परिवार को मिल रही है। धमकी देने वाला कोई और नहीं बल्कि अपहरण व दुष्कर्म का आरोपी और उसके लोग बता जा रहे हैं। वहीं सरई पुलिस का कहना है कि पुलिस अधिकारियों की ओर से गिरफ्तारी नहीं करने का दबाव है।
यह था पूरा मामला
बीते माह जनवरी में शादी से तीन दिन पहले 27 जनवरी को आरोपी धर्मन्द्र गुप्ता व भाजपा नेता कोमल गुप्ता ने युवती का अपहरण कर लिया। युवती होश में आई तो वह जबलपुर में थी। 21 दिनों तक आरोपी भाजपा नेता कोमल व धर्मन्द्र ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। परिजनों ने 28 जनवरी को गुमशुदगी सरई थाने में दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने युवती की तलाश करने में गंभीरता नहीं दिखाई | जिससे 21 दिन बाद युवती को बालाघाट से दस्तयाब किया गया। पीड़िता के बयान पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए आरोपी धर्मेन्द्र को गिरफ्तार कर ली है। वहीं दूसरा आरोपी भाजपा नेता को पुलिस संरक्षण दे रही है।