बैढ़न उत्कृष्ट विद्यालय में बैठक होगी। जिसमें जिले के सभी संकुल प्राचार्य, बीआरसी, बीईओ, एमआईएस समन्वयक शामिल होंगे। इन्हें अपने – अपने ब्लॉक में 11 से 20 मार्च तक सभी शिक्षकों के मोबाइल पर एप को डाउनलोड करना होगा। इसके बाद से एप पर ही प्रयोग के तौर पर उपस्थिति दर्ज होना शुरू हो जाएगा। जिसकी जिला स्तर से निगरानी की जाएगी। अप्रैल से इसे पूर्ण रूप से लागू कर दिया जाएगा। जो शिक्षक एप पर उपस्थिति दर्ज नहीं करेगा उसका वेतन नहीं मिलेगा।
स्कूल की दूरी बताएगा
एप पर शिक्षक को एलर्ट किया जाएगा। शिक्षक की स्कूल से दूरी संदेश मोबाइल पर आएगा। यदि शिक्षक स्कूल से दूर है तो वह निगरानी से बच नहीं पाएगा। जिला स्तर पर बैठी निगरानी टीम को यह पता चल जाएगा की शिक्षक स्कूल से कितनी दूरी पर है। इस प्रकार यह व्यवस्था यदि सफल रही तो शिक्षकों का समय पर स्कूल जाना मजबूरी हो जाएगी।
अप्रैल से शिक्षा विभाग में शिक्षा मित्र एप पर पूरी तरह से काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। जिससे समय पर सफलता पूर्वक इसका संचालन किया जा सके। जिला शिक्षा अधिकारी रोहिणी पाण्डेय ने बताया कि शिक्षा मित्र एप का उपयोग सभी कार्यालयों और विद्यालयों में किया जाएगा। संकुल प्राचार्य विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं विकास खण्ड श्रोत समन्वयक यह सुनिश्चित करेंगें कि 31 मार्च तक सभी प्राचार्य, शिक्षक, व्याख्याता, सहायक शिक्षक, प्रधानाध्यापक, अध्यापक संवर्ग, संविदा शिक्षक संवर्ग, अधिकारी, कर्मचारी इसे प्रायोगिक तौर पर उपयोग करें।
अप्रैल से इसका उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाएगा। इसी एप के द्वारा प्राप्त उपस्थिति एवं जानकारी के आधार पर वेतन जनरेट किया जाएगा। एप के उपयोग के लिए सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक अधिकारियों, कर्मचारियों के मोबाइल नंबर एजुकेशन पोर्टल पर अपडेट किए जा रहे हैं।
नोडल अधिकारी नियुक्त
इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। जिला नोडल अधिकारी डॉ पीएन सिंह हैं। वहीं सहायक नोडल अधिकारी प्रदीप कुमार तिवारी एवं तकनीकी नोडल अधिकारी विवेक मिश्रा हैं। वहीं ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारी एच करकेट्टा, अशोक शुक्ल, शिव सिंह सेंगर, के.के द्विवेदी एवं बीएस माझी, पीसी सिंह को बनाया गया है। वहीं तकनीकी नोडल अधिकारी अभिषेक नगोतिया, जितेन्द्र द्विवेदी एवं रावेन्द्र सिंह को बनाया गया है।