विंध्याचल परियोजना का चूल्हा गेट खोलने की मांग को लेकर वहां धरना पर बैठे प्रदर्शनकारी कलेक्टर की गाड़ी को आता देख उग्र हो गए। अचानक से उनके व्यवहार में आए बदलाव को जब तक पुलिस समझ पाती प्रदर्शनकारी कलेक्टर की गाड़ी के सामने पहुंच गए। इतना ही नहीं हल्ला मचाते हुए एक महिला वाहन के आगे लेट गई।
अफरा-तफरी भरी स्थिति को देख कलेक्टर की सुरक्षा में उनके साथ चलने वाला पुलिस का जवान फौरन गाड़ी के बाहर आ गया और लोगों को शांत कराने लगा। यह बात और है कि तब तक भाग कर वहां कई थानेदार पहुंच गए और प्रदर्शनकारियों को हटाया। अचानक से हुई इस घटना को लेकर कलेक्टर भी हतप्रभ रहे।
प्रदर्शनकारियों ने आगे बढ़कर न केवल गाड़ी रूकवाई। बल्कि तहसीलदार को बुलाकर निर्मित हुई स्थिति को लेकर नाराजगी भी जाहिर की। साथ ही कलेक्टर ने प्रदर्शनकारियों की मांग को लेकर चर्चा भी की। कलेक्टर ने तहसीलदार से यह भी पूछा कि प्रदर्शन में ढेर सारी महिलाएं हैं। इसके बावजूद यहां कोई महिला पुलिस कर्मी नहीं दिख रही है। तहसीलदार की ओर से इसका गोलमोल जवाब दिया गया।
संभावना के मद्देनजर तैनात रही पुलिस
वैसे तो चूल्हा गेट खोलने की मांग पिछले कई दिनों से की जा रही है। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने मांग करने वालों का समर्थन भी किया है। सोमवार को एनटीपीसी गेट के सामने शुरू हुए प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस को उनके उग्र होने की संभावना थी। यही वजह है कि मौके पर तहसीलदार व सीएसपी सहित विंध्यनगर, बैढऩ व नवानगर थाना की पुलिस तैनात रही। यह बात और है कि ऐन वक्त पर चूक हो गई।