लॉकडाउन के पहले सिंगरौली व शक्तिनगर से टनकपुर तक के लिए चलने वाले त्रिवेणी एक्सप्रेस के यात्रियों को ट्रेन के लेट होने की शिकायत रहती थी। यात्रियों की समस्या के मद्देनजर रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्य एसके गौतम की ओर से लंबे समय से ट्रेन की लेटलतीफी की समस्या का समाधान करने का मुद्दा उठाया जाता रहा है।
इसके लिए उनकी ओर से कई बार रेलवे बोर्ड से भी अपील की गई है। राहत भरी खबर यह है कि रेलवे बोर्ड ने वर्तमान में स्थगित चल रही त्रिवेणी एक्सप्रेस का संचालन शुरू करने से पहले ट्रेन की लेटलतीफी की समस्या का निदान कर दिया है। लेटलतीफी की मुख्य वजह बरवाडीह-टनकपुर लिंक एक्सप्रेस को रेलवे प्रशासन ने निरस्त कर दिया है।
त्रिवेणी एक्सप्रेस के लेटलतीफी की मुख्य वजह चोपन में इस ट्रेन से जुडऩे वाली बरवाडीह-टनकपुर लिंक एक्सप्रेस बनती रही है। लिंक एक्सप्रेस को चोपन में त्रिवेणी एक्सप्रेस से जोड़ा जाता था। इसके बाद त्रिवेणी एक्सप्रेस आगे के लिए रवाना होती थी। प्राय: ऐसा होता था कि लिंक एक्सप्रेस लेट रहती थी और चोपन में त्रिवेणी एक्सप्रेस को घंटों इंतजार करना पड़ता था। घंटों इंतजार करने के चलते तमाम कोशिश के बावजूद त्रिवेणी एक्सप्रेस कभी अपने निर्धारित समय पर गंतव्य तक नहीं पहुंच पाती थी।
दो स्टेशन से चलती रही है त्रिवेणी एक्सप्रेस
टनकपुर तक जाने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस सिंगरौली व शक्तिनगर दोनों स्टेशनों से एक-एक दिन के अंतराल पर चलती थी। त्रिवेणी एक्सप्रेस शक्तिनगर रेलवे स्टेशन से रविवार, सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को और सिंगरौली स्टेशन से मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को चलती थी। जबकि बरवाडीह से आने वाली लिंक एक्सप्रेस प्रतिदिन चलती थी और चोपन में हर रोज आकर त्रिवेणी एक्सप्रेस में जुड़ती थी।
त्रिवेणी एक्सप्रेस को जल्द चलाने की मांग
यात्रियों की समस्या को देखते हुए त्रिवेणी एक्सप्रेस को जल्द चलाने की मांग की है। परामर्शदात्री समिति के सदस्य एसके गौतम ने भी रेलवे बोर्ड से इस ट्रेन को चलाने की मांग की है। यह ट्रेन कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लागू किए गए लॉकडाउन के बाद से ही स्थगित चल रही है। यहां विभिन्न कंपनियों के कर्मचारियों की जरूरत के मद्देनजर ट्रेन को संचालित किए जाने की मांग की गई है।