शिक्षा अधिकारियों के मुताबिक जिन स्कूलों में बच्चे कम हैं और पर्याप्त स्थान है। वहां कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के मद्देनजर जारी गाइड लाइन का पालन करते हुए सभी बच्चों को बुलाया जाए लेकिन जिन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक है। वहां सप्ताह के पहले चार दिन कक्षा 10 व 12 के छात्र-छात्राओं को और बाकी के दो दिन कक्षा 9 व 11 वीं के छात्र-छात्राओं को बुलाया जाएगा। इसके अलावा पूर्व की तरह ऑनलाइन कक्षाएं क्लास रूम कार्यक्रम के माध्यम से निरंतर जारी रहेंगी।
सभी शिक्षकों की स्कूलों में नियमित उपस्थिति अनिवार्य की गई है। शिक्षकों व प्राचार्य को किसी भी प्रकार का अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा। शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में उन अतिथि शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य में लगाया जाएगा, जो पिछले वर्ष कार्यरत रहे। नवीन आवेदन नहीं लिया जाएगा और न ही नवीन नियुक्तियां की जाएंगी। उपलब्ध रिक्तियों पर ऑनलाइन ही रखे जाएंगे। जिन विषयों के अतिथि शिक्षक नहीं मिलेंगे, उन विद्यालयों में संकुल या पास के संकुल के प्राथमिक व माध्यमिक के योग्य शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य में लगाया जाएगा।
यह निर्देश भी जारी
– रिवीजन टेस्ट का मूल्यांकन व विमर्श पोर्टल पर परिणाम की प्रविष्टि करना होगा।
– टेस्ट यानी मूल्यांकन 5 फरवरी तक करके विमर्श पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश।
– सभी स्कूलों में 5 दिसंबर, 29 जनवरी व 28 फरवरी को अभिभावकों की बैठक बुलाएं।
– कक्षा 10 व 12 की परीक्षा माह मार्च या अप्रैल में और कक्षा 9 व 11 की परीक्षा अगले महीने।
– रिवीजन टेस्ट का मूल्यांकन व विमर्श पोर्टल पर परिणाम की प्रविष्टि करना होगा।
– टेस्ट यानी मूल्यांकन 5 फरवरी तक करके विमर्श पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश।
– सभी स्कूलों में 5 दिसंबर, 29 जनवरी व 28 फरवरी को अभिभावकों की बैठक बुलाएं।
– कक्षा 10 व 12 की परीक्षा माह मार्च या अप्रैल में और कक्षा 9 व 11 की परीक्षा अगले महीने।