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मंजूरी के बाद परियोजना का नहीं पता, 33 हजार हेक्टेयर में होनी है सिंचाई, जानिए क्या है पूरा मामला

locationसिंगरौलीPublished: Aug 26, 2019 03:04:03 pm

Submitted by:

Amit Pandey

रिहंद सिंचाई परियोजना का मामला…..

सिंगरौली. सिंचाई के मामले में पिछड़े इस जिले के लिए वरदान साबित होने वाली रिहंद सिंचाई परियोजना का मंजूरी के बाद से सारा मामला ठंडा पड़ता नजर आ रहा है।रिहंद बांध में अपने हिस्से के पानी का सिंचाई में उपयोग करने के लिहाज से यह परियाजना अहम है। राज्य सरकार ने करीब 11 माह पहले इस विशाल सिंचाई परियोजना को मंजूरी दी। निर्माण पूरा होने के बाद इस परियोजना में रिहंद बांध में प्रदेश के हिस्से के पानी का पहली बार सिंचाई में उपयोग होने वाला है। इसलिए रिहंद बांध सिंचाई परियोजना इस जिले के लिए विशेष महत्व रखती है। यह परियोजना जिले में बैढऩ व माड़ा तहसीलों की 33 हजार हेक्टेयर भू-भाग को सिंचित करेगी। लेकिन आरंभिक मंजूरी के बाद परियोजना की आगामी प्रक्रिया का कोई पता नहीं है।
राज्य सरकार की ओर से बीते वर्ष नवंबर माह में 600 करोड़ रुपए अनुमानित लागत वाली वृहद सिंचाई परियोजना को आरंभिक तौर पर मंजूरी दी गई। आरंभिक ड्राफ्ट के अनुसार निर्माण पूरा होने के बाद इस परियोजना से जिले की बैढऩ व माड़ा तहसीलों की 33 हजार हेक्टेयर भूमि को रिहंद के पानी से सिंचाई सुविधा दी जाएगी। इसलिए यह विशाल व रिहंद के पानी पर आधारित पहली सिंचाई परियोजना जिले के लिए विशेष महत्व रखती है।
हालात बताते हैं कि मंजूरी के बाद इस परियोजना की आगे की प्रक्रिया पूरी करना राज्य सरकार भूल गई है। इस कारण से मंजूरी के बाद रिहंद सिंचाई परियोजना की फाइल सचिवालय में धूल फांक रही है। मंजूरी के बाद आगामी प्रक्रिया को लेकर राज्य सरकार की ओर से अब तक जल संसाधन विभाग मुख्यालय अथवा यहां स्थापित कार्यालय को कोई निर्देश नहीं मिला। इसलिए पूरे मामले में ठहराव की स्थिति है। परियोजना के ड्राफ्ट के अनुसार रिहंद बांध के पानी को पाइप लाइन के जरिए माड़ा तहसील में टैंकर बनाकर संग्रह किया जाएगा और वहां से पानी सिंचाई के लिए नहर आदि के जरिए खेतों तक पहुंचाया जाएगा।
सब बने उदासीन
इस बीच देखा गया है कि सिंगरौली व माड़ा तहसीलों के लिए विशेष महत्व रखने वाली इस योजना को आरंभिक मंजूरी मिलने और इससे बड़ी संख्या मंें किसानों का लाभ होने के बावजूद इसे लेकर किसी भी जन प्रतिनिधि ने कोई उत्साह नहीं दिखाया। माना जा रहा है कि इस कारण भी इस परियोजना की पत्रावली मंजूरी के बाद आगे नहीं खिसक रही।
मुख्यालय से मांगा मार्गदर्शन
अब इस परियोजना की आगामी प्रक्रिया के संबंध में स्थानीय जल संसाधन विभाग कार्यालय ने मुख्यालय से मार्गदर्शन मांगा है। बताया गया कि इस संबंध में हाल में कार्यपालन यंत्री कार्यालय से मुख्यालय को लिखा गया है। इसमें रिहंद सिंचाई परियोजना की मंजूरी का हवाला देते हुए आगामी कार्रवाई के लिए निर्देश चाहा गया है ताकि योजना पर तेजी से अमल किया जा सके।

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