डीजी ने कहा कि 26 जनवरी 1948 को हुए परेड में यह कहा गया था कि होमगार्ड के जवानों ने सबसे अच्छा परेड किया है। प्रदेश में रीवा को मॉडल की एक नई सौगात दी गई है। इस तरह पुलिस व होमगार्ड कर्मियों ने अपनी समस्याएं भी बताई, जिनके समाधान का उन्हें आश्वासन मिला।
सम्मेलन कार्यक्रम में संगीत की प्रस्तुतियां दे रहे अशोक पाण्डेय व टीम को महान भारत सागर ने कहा कि होमगार्ड का खुद का एक सांग होना चाहिए। यह प्रेरणा अशोक पाण्डेय के गीतों से मिली है। इस मौके पर डिवीजनल कमांडेट होमगार्ड रीवा संभाग अपूर्व शुक्ला, जिला कमांडेट होमगार्ड सीधी, परेड कमांडर योगेन्द्र बहादुर सिंह मार्को, दलबीर प्रसाद विश्वकर्मा, सीआईएसएफ के विनोद सहित अन्य उपस्थित रहे।
इससे पहले सुबह डीजी ने सर्वप्रथम परेड की सलामी ली। इसके बाद होमगार्ड कार्यालय का निरीक्षण किया। कार्यालय में मौजूद संसाधनों का निरीक्षण किया और भवन का जायजा लिया। मौजूदा संसाधनों से बेहतर काम करने व बल को उपलब्ध सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया।