स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देशों के मद्देनजर कक्षा नवीं व 11 वीं के छात्र-छात्राओं को पूर्व में हुए रिवीजन टेस्ट या अद्र्धवार्षिक परीक्षा में मिले अंक के आधार पर अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जाएगी। निर्देश है कि परीक्षा में उन पांच विषयों का अंक जोड़ा जाएगा, जो उत्कृष्ट है।
बेस्ट फाइव विषय के अंक के आधार पर छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जाएगी। इसके अलावा भी कोई छात्र किसी विषय में न्यूनतम अंक नहीं प्राप्त कर सका है तो उसे 10 अंक का कृपांक दिया जाएगा। यदि किसी छात्र का दो विषयों में न्यूनतम अंक नहीं है, तो उसे परीक्षा के लिए द्वितीय अवसर प्रदान किया जाएगा। परीक्षा परिणाम 30 अप्रैल तक घोषित करने का निर्देश है।
30 हजार से अधिक छात्रों को मिलेगी राहत
शिक्षा अधिकारी के मुताबिक कक्षा नवीं व 11 वीं की परीक्षा में 30 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। बताया गया कि कक्षा नवीं में 18920 छात्र-छात्राएं व कक्षा 11 वीं में 11575 छात्र-छात्राएं हैं। इन सभी स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश का लाभ मिलेगा।
शिक्षा अधिकारी के मुताबिक कक्षा नवीं व 11 वीं की परीक्षा में 30 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। बताया गया कि कक्षा नवीं में 18920 छात्र-छात्राएं व कक्षा 11 वीं में 11575 छात्र-छात्राएं हैं। इन सभी स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश का लाभ मिलेगा।
ताकि कोरोना संक्रमण से रहे सुरक्षित
शिक्षा अधिकारियों के मुताबिक शासन स्तर से परीक्षा निरस्त करने का निर्णय कोरोना से सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि प्रश्नपत्र हल करने के बाद कॉपी जमा करने के लिए जब छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचेंगे तो वहां एक दूसरे के संपर्क में आने से संक्रमित हो सकते हैं। परीक्षा निरस्त होने की स्थिति में उन्हें घर से बाहर निकलने और स्कूल जाने की स्थिति नहीं बनेगी।
शिक्षा अधिकारियों के मुताबिक शासन स्तर से परीक्षा निरस्त करने का निर्णय कोरोना से सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि प्रश्नपत्र हल करने के बाद कॉपी जमा करने के लिए जब छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचेंगे तो वहां एक दूसरे के संपर्क में आने से संक्रमित हो सकते हैं। परीक्षा निरस्त होने की स्थिति में उन्हें घर से बाहर निकलने और स्कूल जाने की स्थिति नहीं बनेगी।