वर्तमान में प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीयन व दस्तावेज सत्यापन का कार्य चल रहा है। ऐसे छात्र-छात्राओं की संख्या भी काफी अधिक है, जिन्हें कॉलेज पहुंचकर दस्तावेजों का ऑफलाइन सत्यापन कराना पड़ रहा है। शासकीय कॉलेजों के प्राचार्यों के मुताबिक पहले चरण की प्रवेश प्रक्रिया में सीट की तुलना में नहीं के बराबर छात्र प्रवेश के लिए आए हैं।
सबसे कम प्रवेश शासकीय विद्यालय माड़ा में हुआ है। स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम में वहां 480 सीट निर्धारित है, लेकिन प्रवेश मात्र 13 हुए हैं। इसी प्रकार रजमिलान कॉलेज में 60 सीट के सापेक्ष केवल 9 छात्रों ने प्रवेश लिया है। बरका कॉलेज में 360 सीट में से 330 सीट खाली रह गई है।
शासकीय कन्या महाविद्यालयों में भी प्रवेश की स्थिति संतोषजनक नहीं है। सिंगरौली कन्या महाविद्यालय में 360 सीटों पर प्रवेश होना है। लेकिन पहले चरण में केवल 30 छात्राओं ने प्रवेश लिया है। कुछ ऐसा ही हाल बैढऩ कन्या महाविद्यालय का भी है। 0यहां निर्धारित सीट की संख्या 260 है, लेकिन प्रवेश केवल 114 हुए हैं। 146 सीट अभी खाली है।
दरअसल ज्यादातर छात्राओं ने पहले चरण में बैढऩ कॉलेज में प्रवेश की इच्छा जताई थी। यही वजह है कि कन्या महाविद्यालयों की सीट खाली रह गई है। सीएलसी के पहले राउंड में इन कॉलेजों की सीट भरने की संभावना है। पहले चरण की प्रवेश प्रक्रिया पर गौर फरमाने पर मालूम होता है कि छात्र-छात्राओं ने बीकॉम की तुलना में बीए में ज्यादा रुचि दिखाई है।
पहले चरण की प्रवेश प्रक्रिया में बैढऩ कॉलेज में बीए की 63 फीसदी सीट भर गई है। जबकि बीकाम में पाठ्यक्रम में केवल 50 फीसदी सीट भरी है। कुछ ऐसा ही हाल देवसर कॉलेज का है। यहां बीए में 49 फीसदी सीट भरी हैं, जबकि बीकॉम में प्रवेश का आंकड़ा 12 फीसदी है। बीएससी गणित में छात्र-छात्राओं का रूझान काफी कम है। बैढऩ कॉलेज में 80 में से केवल 30 सीट में प्रवेश हुए हैं। देवसर कॉलेज में 100 सीट में से गणित केवल 4 छात्रों ने प्रवेश लिया है।
महाविद्यालयों में निर्धारित व रिक्त सीट
महाविद्यालय — सीट —- रिक्त
शास. महाविद्यालय बैढऩ — 860 — 355
शास. महाविद्यालय सरई — 180 — 65
शास. महाविद्यालय देवसर — 500 — 350
शास. महाविद्यालय चितरंगी — 160 — 68
शास. महाविद्यालय बरका — 360 — 330
शास. कन्या महा. बैढऩ — 260 — 146
शास. कन्या महा. सिंगरौली — 360 — 330
शास. महाविद्यालय बरगवां — 160 — 111
शास. महाविद्यालय माड़ा — 480 — 468
शास. महाविद्यालय रजमिलान — 60 — 51