रविवार दोपहर भी इसी प्रकार की समस्या हो गई। बरगवां से करीब एक किमी. आगे मोड़ पर एक ट्रेलर कीचड़ में फंस गया। जिससे वाहनों का आवागमन बंद हो गया। ट्रेलर करीब दो घंटे तक फसा रहा। जिसकी वजह से भारी वाहनों को आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया।
हाइवा सहित अन्य भारी वाहन जाम में फंसे रहे। यात्री बसों को बड़ी मुश्किल से दूसरे मार्ग से निकाला गया।
सीधी – सिंगरौली मार्ग पर बरगवां से देवसर के बीच सड़क बहुत ज्यादा खराब है। सड़क पर मिट्टी की मोटी परत जमी हुई है। पानी गिरने पर सड़क पर कीचड़ हो जाता है। जिसमें वाहनों का चलना बेहद मुश्किल हो रहा है।
मोड़ पर एवं चढ़ाई पर ज्यादा परेशानी हो रही है। वाहन चढ़ाई नहीं चढ़ पाते। पीछे लोट कर पूरा रास्ता जाम कर देते हैं। ऐसा ही शनिवार की रात करीब आठ बजे जोगिनी की समीप पुलिया में हुआ। एक ट्रक पुल फंस गया। वह पुल से उपर चढ़ ही नहीं पा रहा था।
जिसके बाद चालक ने उसे किनारे लगाकर रास्ता बनाया। तब वाहनों का आवागमन शुरू हुई।
अनियंत्रित हो रही यात्री बस
यात्री बस कीचड़ की मोटी परत पर नहीं चल पा रही हैं। अनियंत्रित हो जा रही हैं। पिछले एक हफ्ते के दौरान इस तरह की दो घटनाएं हो चुकी हैं। जिसमें बस अनियंत्रित होकर सड़क छोड़कर खाईं में जाने लगी तो बस चालकों ने बस को समय रहते रोक दिया।
ऐसी ही एक घटना राहुल बस के साथ एवं सिद्दीकी बस के साथ हुई। जिसमें बस के अनियंत्रित होने पर यात्री आनन – फानन में बस से नीचे उतर गए।
बस सड़क के किनारे जाकर रोकी गई। मिट्टी फिसल रही है। चालक बसों में अत्यंत धीमी गति से चलाते हैं। बस के अनियंत्रित होने पर वहीं पर रोक देते हैं। जिससे यात्रियों की जान बच पा रही है।
लोकसभा में सांसद के बयान से लोगों में नाराजगी
सीधी – सिंगरौली सड़क को लेकर पिछले दिनों लोकसभा में सांसद रीती पाठक के दिए बयान से लोगों में नाराजगी है। दरअसल सांसद पाठक ने सीधी – सिंगरौली मार्ग के निर्माण को लेकर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई। उन्होंने इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी का आभार जताया।
लेकिन हकीकत यह है कि सड़क की खराब हालत को लेकर सीधी – सिंगरौली के लोग परेशान हैं। सड़क का निर्माण पूरा नहीं होने एवं बरसात आ जाने से चलने में हो रही मुश्किल को लेकर लोगों में गुस्सा है। ऐसे समय में सांसद का लोकसभा में सरकार की पीठ थपथपाना लोगों के गले नहीं उतर रहा है।
समाजसेवी रमापति शुक्ला ने कहा कि सांसद से हमें उम्मीद थी कि सड़क की समस्या को लोकसभा में उठाएंगी जिससे रुका हुआ निर्माण कार्य फिर से शुरू होगा। निर्माण कर रही कंपनी फिर काम शुरू करेगी। लेकिन सांसद की बयानबाजी से निराशा हुई है। उन्होंने कहा कि सांसद ने अपने क्षेत्र के लोगों को भ्रमित किया।