जिससे तंग आकर परेशान छात्रों ने न्यायालय में शिकायत दर्ज कराया। इसके बाद सक्रिय हुई बरगवां पुलिस ने आरोपी रितेश को गिरफ्तार कर उसे न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि ऐसे कई लोगों के साथ आरोपी कॉलेज संचालक ने ठगी करके लाखों रुपए ऐंठ लिया है। जबकि आरोपी की तलाश पुलिस को लंबे समय से थी। एसपी अभिजीत रंजन व एएसपी प्रदीप शेंडे के निर्देश पर बरगवां टीआई मनीष त्रिपाठी के नेतृत्व में गठिम पुलिस टीम ने दबिश देकर ठगी करने वाले आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
ऐसे करता था खेला
आरोपी रितेश साहू छात्रों को डिग्री दिलाने व एडमिशन कराने के नाम पर मोटी रकम लेता था। छात्रों को दिलासा देने के लिए उन्हें ब्लैंक चेक दे दिया करता था जो हर बार बाउंस हो जाता था। वहीं छात्रों को न तो डिग्री मिलती थी और न ही उनका एडमिशन होता था। ऐसी स्थिति में छात्र आर्थिक तंगी झेलने लगे। इसके बाद छात्रों ने जिला एवं सत्र न्यायालय में आरोपी रितेश के खिलाफ धारा 138 पराक्रम अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया।
आरोपी रितेश साहू छात्रों को डिग्री दिलाने व एडमिशन कराने के नाम पर मोटी रकम लेता था। छात्रों को दिलासा देने के लिए उन्हें ब्लैंक चेक दे दिया करता था जो हर बार बाउंस हो जाता था। वहीं छात्रों को न तो डिग्री मिलती थी और न ही उनका एडमिशन होता था। ऐसी स्थिति में छात्र आर्थिक तंगी झेलने लगे। इसके बाद छात्रों ने जिला एवं सत्र न्यायालय में आरोपी रितेश के खिलाफ धारा 138 पराक्रम अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया।
इन्होंने दर्ज कराई शिकायत
चेक बाउंस हो जाने के बाद मोहम्मद असलम, भरत भूषण, लोकनाथ सहित कईअन्य ने बैढऩ न्यायालय में धारा 138 पराक्रम अधिनियम के तहत केस पंजीबद्ध कराया था। इसके बाद आरोपी के न्यायालय में उपस्थित नहीं होने पर वारंट जारी किया गया। जिस पर बरगवां पुलिस ने शनिवार को आरोपी रितेश साहू को कंप्यूटर कॉलेज कसर गेट से गिरफ्तार करने के बाद उसे जेल भेज दिया है।
चेक बाउंस हो जाने के बाद मोहम्मद असलम, भरत भूषण, लोकनाथ सहित कईअन्य ने बैढऩ न्यायालय में धारा 138 पराक्रम अधिनियम के तहत केस पंजीबद्ध कराया था। इसके बाद आरोपी के न्यायालय में उपस्थित नहीं होने पर वारंट जारी किया गया। जिस पर बरगवां पुलिस ने शनिवार को आरोपी रितेश साहू को कंप्यूटर कॉलेज कसर गेट से गिरफ्तार करने के बाद उसे जेल भेज दिया है।
कई लोगों से किया था ठगी
पुलिस ने बताया कि आरोपी रितेश साहू कई लोगों के साथ ठगी किया था। अपने लंबी चौड़ी बात में फंसाकर मोटी रकम ऐंठने के बाद उन्हें ब्लैंक चेक देता था। चेक लगाने पर बाउंस रहता था। ऐसे कई लोग उससे परेशान हो गए थे। इस कार्रवाई में प्रधान आरक्षक संतोष सिंह, संजीत सिंह, विजय पटेल, उमेश अग्निहोत्री, अरविंद चौबे, आरक्षक संजय परिहार, आशीष द्विवेदी, विकेश सिंह, गणेश रावत आदि शामिल रहे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी रितेश साहू कई लोगों के साथ ठगी किया था। अपने लंबी चौड़ी बात में फंसाकर मोटी रकम ऐंठने के बाद उन्हें ब्लैंक चेक देता था। चेक लगाने पर बाउंस रहता था। ऐसे कई लोग उससे परेशान हो गए थे। इस कार्रवाई में प्रधान आरक्षक संतोष सिंह, संजीत सिंह, विजय पटेल, उमेश अग्निहोत्री, अरविंद चौबे, आरक्षक संजय परिहार, आशीष द्विवेदी, विकेश सिंह, गणेश रावत आदि शामिल रहे।